हिन्दू धर्म में तुलसी पूजा का बड़ा ही महत्व है | तुलसी का पौधा हर घर के आंगन में लगा होता है | हर रोज सुबह तुलसी को जल चढ़ाना बहुत ही शुभ होता है | घर में कितनी बड़ी पूजा हो बिना तुलसी के पूजा पूरी नहीं होती और न ही बिना तुलसी के भगवान कोभोग लगता है|
तुलसी आपके स्वास्थ को कैसे प्रभावित करती है :-
सर्दी जुकाम में :-
ज़ुकाम लगने पर चाय में तुलसी डालकर पीने से, या फिर गर्म पानी में तुसली के पत्ते उबालकर उसका काढ़ा बनाकर पीने से सर्दी-ज़ुकाम दूर हो जाता है |
बुखार में :-
अगर बुखार ज्यादा हो तो तुलसी का काढ़ा बनाकर पीने से बुखार ठीक हो जाता है | तेज बुखार में तुलसी का काढ़ा पीकर सो जाएं और जितना ज्यादा पसीना आपको आइये उतना जल्दी आपका बुखार ठीक होगा |
खांसी में :-
जब भी खांसी हो तो तुलसी के पत्ते को पीस कर उसको गर्म पानी में डालकर पीने से आपकी खांसी पूरी तरह ठीक हो जाएगी | अगर तुलसी के पत्तों के साथ अडूसा(मालाबार नट) के पत्ते भी मिला लिए जाएं तो खांसी बहुत जल्दी ठीक हो जाती है |
कान दर्द में :-
अगर आपके काम में अचानक से बहुत ज्यादा दर्द हो और दर्द कम न हो रहा हो तो आप तुलसी के पत्ते पीस कर उसके रस में रुई भिगोकर अपने कान में रखें तुरंत आराम मिलेगा |
दांत दर्द में :-
वर्तमान में अधिकतर सभी लोग दांतों के दर्द से पीड़ित हैं | अगर दांत में दर्द हो तो तुलसी पत्ता और काली मिर्च को पीस कर दर्द वाली जगह में लगायें आराम मिलेगा |
सिर दर्द में :-
जिनको सिर दर्द की परेशानी होती है, उनके लिए तुसली बहुत ही लाभदायक है | तुसली को पीस कर उसका रास और उसमें कपूर मिला लें | दोनों को मिलाकर अपने सिर में लगाएं इससे दर्द में आराम मिलेगा |
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