| पोस्ट किया | शिक्षा
| पोस्ट किया
अक्सर लोग इस बात को लेकर कंफ्यूज रहते हैं कि केदारनाथ मंदिर का निर्माण किसके द्वारा किया गया था तो चलिए आज हम आपके इस कंफ्यूजन को दूर करते हैं जैसा कि आप सभी जानते हैं कि केदारनाथ मंदिर मंदाकिनी नदी के किनारे पर बसी हुई है ऐसा बताया जाता है कि केदारनाथ मंदिर का निर्माण पांडवों के द्वारा किया गया था, लेकिन इसके बाद 8 वी ईस्वी में आदि शंकराचार्य द्वारा इसका पुनर्निर्माण किया गया,केदारनाथ जी का मंदिर 1000 वर्ष पुराना मंदिर है केदारनाथ मंदिर को भूरे पत्थरों से बनाया गया है मंदिर के निर्माण में किसी गारे का प्रयोग नहीं किया गया, केदारनाथ मंदिर एक हिंदू मंदिर है, जो भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है, इस मंदिर में जाने के लिए साधारण सड़क का प्रयोग नहीं किया जाता, सन 2013 में बाढ़ आने की वजह से सबसे अधिक केदारनाथ मंदिर प्रभावित हुई थी।
0 टिप्पणी
Blogger | पोस्ट किया
केदारनाथ मंदीरभारत के उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है। यह हिंदुओ का प्रसिद्ध मंदीर है। उत्तराखंड मे हिमालय पर्वत की गोद मे केदारनाथ मन्दिर बारह ज्योर्तिलिंग मे सम्मिलित होने के साथ चार धाम और पंच केदार मे से एक है। पत्थरो और कत्यूरी शैली से बने इस मन्दिर के बारे कहा जाता है कि इसका निर्माण पांडवों के पौत्र महाराजा जन्मेजय ने कराया था। और इसका जीर्णोउद्धार आदिशंकराचार्यने करवाया था। यहाँ स्थित स्वयंम्भू शिवलिंग अति प्राचीन है। केदारनाथ मन्दिर का निर्माण किसने करवाया था इसके बारे में बहोत कुछ कहा जाता हैं। पांडवो से लेकर आदि शंकराचार्य । केदारनाथ मन्दिर का अस्तित्व 8वीं शताब्दी से है। मन्दिर मंदाकिनी के घाट पर बना हुआ है भीतर गहरा अंधकार होता है और दीपक के सहारे ही शंकर जी के दर्शन होते है। मन्दिर के जगमोहन मे द्रोपदी सहित पांच पांडवो की विशाल मूर्तियाँ स्थापित है।
और पढ़े- केदारनाथ के कपाट कब खुलेंगे और इसकी क्या मान्यता है ?
0 टिप्पणी
| पोस्ट किया
आज यहां पर हम चर्चा करेंगे कि केदारनाथ मंदिर का निर्माण किसके द्वारा किया गया था। लेकिन इससे पहले जानते हैं कि केदारनाथ मंदिर कहां पर स्थित है। केदारनाथ मंदिर भारत के उत्तराखंड राज्य के रूद्र प्रयाग जिले में स्थित है। केदारनाथ मंदिर के किनारे पर मंदाकिनी नदी बहती हुई निकलती है। ऐसा माना जाता है कि केदार मंदिर का निर्माण पांडवों के द्वारा किया गया था लेकिन इसके बाद आठवीं सदी में आदि शंकराचार्य ने इसका पुनर्निर्माण किया।केदारनाथ जी का मंदिर 1000 वर्ष से भी अधिक पुराना है। यह मंदिर भगवान शिव जी को अर्पित है यहां पर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ज्योतिर्लिंग स्थित है।केदारनाथ मंदिर को बनाने के लिए भूरे पत्थरों का उपयोग किया गया है।हर साल हजारों की संख्या में हिंदू लोग यहां पर भगवान शिव जी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आते हैं।
0 टिप्पणी
| पोस्ट किया
केदारनाथ मंदिर भारत के उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है यह हिंदुओं का प्रसिद्ध मंदिर है इसको कहा जाता है केदारनाथ मंदिर का निर्माण पांडवों के द्वारा किया गया थाकेदारनाथ मंदिर का एक भव्य दृश्य प्रस्तुत करता है जो ऊंचे बर्फ से ढकी चोटियों से गिरे एक विस्तृत पत्थर के बीच खड़ा है यह मंदिर मूल रूप से आठवीं शताब्दी ईस्वी में जगदआदि शंकराचार्य इसका निर्माण पांडवों के पुत्र महाराज जन्मेजय ने कराया था केदारनाथ मंदिर का अस्तित्व आठवीं शताब्दी से है केदारनाथ मंदिर मंदाकिनी के घाट पर बना हुआ है केदारनाथ मंदिर 1000 वर्ष पुराना है केदारनाथ मंदिर को भरे पत्थर से बनाया गया है केदारनाथ मंदिर में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है इस मंदिर को हमारा पूरा भारत जानता है और यहां सब लोग घूमने भी जाते हैं यह मंदिर एक प्रसिद्ध मंदिर बन गया है इस मंदिर में शंकर जी के दर्शन करने के लिए सभी लोग जाते हैं
0 टिप्पणी
| पोस्ट किया
दोस्तों केदारनाथ में भगवान शिव की पूजा होती है केदारनाथ में भगवान शिव की जो प्रतिमा है वह 12 ज्योतिर्लिंगों में आती है बस से ऐसे लोग होते हैं जिसका सपना केदारनाथ मंदिर घूमने का होता है पर क्या आप जानते हैं कि केदारनाथ मंदिर का निर्माण है किसके द्वारा करवाया गया था आज इस पोस्ट में हम आपको केदारनाथ मंदिर के बारे में सारी जानकारी देंगे। केदारनाथ मंदिर हिमालय पर्वत के केदार श्रंर्ग में स्थित है। ऐसा कहा जाता है कि यह मंदिर सर्वप्रथम पांडवों के द्वारा बनवाया गया था। लेकिन फिर थपेड़ों की मार से विलुप्त हो गया फिर आदि शंकराचार्य ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था यह मंदिर बहुत ही पुराना मंदिर है यह मंदिर 6 महीना के लिए ही खुलता है क्योंकि यह मंदिर 6 महीने तक बर्फ से ढका रहता है। बहुत से लोग केदारनाथ घूमने ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए जाते हैं। जब भी यह मंदिर खुलता है तो यहां भक्ति लाखों की तादाद में देखने को मिलते हैं।
0 टिप्पणी
| पोस्ट किया
दोस्तों आज हम आपको बताएंगे कि केदारनाथ मंदिर का निर्माण किसने करवाया था यह मंदिर मौजूद मंदिर के पीछे सर्वप्रथम पांडव बनवाए थे केदारनाथ मंदिर एक भव्य दृश्य प्रस्तुत होते हैं जो ऊंचे बर्फ से ढांके चोटिया घिरे प्रस्तुत पठार के बीच खड़ा है यह मंदिर का मूल रूप से जगद् गुरु आदि शंकराचार्य के द्वारा बनाए गए यह पांडवो द्वारा यह स्थल केदारनाथ पर्वतराज हिमालय के केदारनाथ नमक श्रृंग पर अविस्थल है जिनका सपना केदारनाथ मंदिर घूमने का होता है केदारनाथ मंदिर का निर्माण पुराण कथा के अनुसार हिमालय के केदार श्रृंगा पर भगवान विष्णु का अवतार महा तपस्वी नर और नारायण ऋषि के तात्पर्य रखते हैं बाद में8बी सत्यवादी में आदि शंकराचार्य मैं संगर एक नई मंदिर का निर्माण करवाया निर्माण में यह मंदिर 6 महीना तक वर्ष से ढाका रहता है केदारनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योति लिंग में से एक है इसका मंदिर पूरा भारत जानता है
0 टिप्पणी
| पोस्ट किया
आज हम आपको केदारनाथ मंदिर के निर्माण के बारे में बताते हैं, केदारनाथ मंदिर एक ऐसा मंदिर है,जहां हर एक इंसान जाना चाहता है।केदारनाथ मंदिर हिंदुओं का एक प्रमुख मंदिर है केदारनाथ मंदिर उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है। एक प्रचलित मान्यता के अनुसार, केदारनाथ मंदिर का निर्माण महाभारत के पांडवों द्वारा किया गया था। यह माना जाता कि उन्होंने भारत महाभारत युद्ध के पश्चात अपने पापों का प्रायश्चित करने के लिए यह एक मंदिर निर्मित किया। आठवीं शताब्दी में, आदि शंकराचार्य ने केदारनाथ मंदिर का पूरा निर्माण किया। उन्होंने मंदिर की दीवारों और आधारो को मजबूती से निर्मित कर इसे एक नया रूप दिया। केदारनाथ मंदिर में हर वर्ष हजारों यात्रियों की भागीदारी के साथ विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। यहां दिनभर विभिन्न पूजन और आराधना की गतिविधियां होती हैं, जिनमें शिव आराधना और वैदिक मित्रों का पठन शामिल है। केदारनाथ मंदिर भारतीय वास्तु कला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। मंदिर की वास्तु वैज्ञानिक विचारधारा काफी विलक्षण है, जिसमें परंपरागत विशालकाय संरचनाए, नक्काशीदर काम, और अद्वितीय शिल्पकार शामिल है।
0 टिप्पणी
| पोस्ट किया
आज हम आपको तीर्थ स्थल में से एक प्रसिद्ध धाम केदार नाथ धाम के वाले में बताने वाले है।केदार नाथ धाम एक बहुत प्रसिद्ध धाम है।और कहा जाता है।की यहाँ स्वर्ग से हवा आती है। तो आज हम आप लोगो को केदार नाथ मंदिर के निर्माण के वाले में बताने वाले है।जनश्रुति है कि इसका निर्माणपांडवों या उनके वंशज जन्मेजय द्वारा करवाया गया था। साथ ही यह भी प्रचलित है कि मंदिर का जीर्णोद्धार जगद्गुरु आदि शंकराचार्य ने करवाया था। मंदिर के पृष्ठभाग में शंकराचार्य जी की समाधि है। राहुल सांकृत्यायन जी द्वारा इस मंदिर के निर्माण की
अवधि को १०वीं व १२वीं शताब्दी के मध्य बताया गया है।
0 टिप्पणी
| पोस्ट किया
केदारनाथ मंदिर उत्तराखंड का सबसे विशाल शिव मंदिर में से एक है। चलिए हम आपको बताते हैं कि केदारनाथ मंदिर का निर्माण किसके द्वारा किया गया था।ऐसा माना जाता है कि केदार मंदिर का निर्माण पांडवों के द्वारा किया गया था लेकिन इसके बाद आठवीं सदी में आदि शंकराचार्य ने इसका पुनर्निर्माण किया।केदारनाथ जी का मंदिर 1000 वर्ष से भी अधिक पुराना है।मंदिर की वास्तु वैज्ञानिक विचारधारा काफी विलक्षण है, जिसमें परंपरागत विशालकाय संरचनाए, नक्काशीदर काम,और अद्वितीय शिल्पकार शामिल है। केदारनाथ मंदिर का नजारा देखते ही बनता है। केदारनाथ जी का मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यहां पर रहने वाले लोग कहते हैं कि केदारनाथ मंदिर में स्वर्ग से हवाएं आती हैं।केदारनाथ मंदिर में हर वर्ष हजारों यात्रियों की भागीदारी के साथ विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसलिए एक बार आपको भी केदारनाथ मंदिर घूमने के लिए अवश्य जाना चाहिए।
0 टिप्पणी