केदारनाथ मंदिर के कुछ दिलचस्प तथ्य क्या हैं ? - letsdiskuss
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Ram kumar

Technical executive - Intarvo technologies | पोस्ट किया |


केदारनाथ मंदिर के कुछ दिलचस्प तथ्य क्या हैं ?


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केदारनाथ मंदिर का नाम आते ही, सभी के दिमाग में उत्तराखंड की हरियाली नज़र आती हैं | जैसा कि सभी जानते हैं, केदारनाथ मंदिर भारत में उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग जिले में स्थित है। आपको बता दें, कि केदारनाथ में भगवान शिव जी विराजमान हैं, और यह भगवान शिव, 12 ज्योतिलिंग में से एक हैं |

केदारनाथ उत्तराखण्ड के हिमालय की गोद में में स्थित हैं, और 12 ज्योतिर्लिंग में से एक होने के साथ-साथ केदारनाथ की एक और विशेषता यह हैं, कि यह चार धाम और पंच केदार में से भी एक है |

-  केदारनाथ में शिवलिंग स्थापना की कहानी :-

हिमालय की गोद में बसे केदार पर्वत में भगवान विष्णु के अवतार, नर और नारायण ऋषि तपस्या कर रहें थे, उनकी इस कठिन तपस्या को भंग करने के लिए रक्षक पक्ष ने काफी जोर लगाया, पर नर और नारायण ऋषि की तपस्या को भंग नहीं कर सके | फिर उनकी तपस्या से खुश होकर भगवान शिव ने जब उनसे वरदान मांगने को कहा तो उन्होंने भगवान शिव को सदा ले लिए ज्योतिर्लिंग के रूप में केदार पर्वत पर विराजमान होने का आग्रह किया, जिसको भगवान ने मान लिया, और भगवान शिव ज्योतिर्लिंग के रूप में केदार पर्वत पर विराजमान हो गए | तब से केदार पर्वत को केदारनाथ के नाम से जाना जाता हैं |

केदारनाथ मंदिर शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक हैं, जिनके दर्शन मात्रा से पापों से मुक्ति मिलती हैं | सावन का महीना लग गया हैं, जिसमें भगवान शिव की आराधना की जाती हैं | सावन के महीने व्रत और पूजन करने वालों को भगवान शिव मनचाहा वरदान देते हैं |

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केदारनाथ मंदिर का नाम तो आप सभी ने सुना होगा जहां पर भगवान शिव की प्रतिमा विराजमान है आज हम आपको केदारनाथ मंदिर से जुड़े कुछ तथ्य के बारे में बताएंगे।

 केदारनाथ मंदिर का शिवलिंग त्रिभुजाकार है इस मंदिर में भगवान शिव के साथ माता पार्वती और भगवान नंदी, पांच पांडव,और उनकी पत्नी द्रोपदी के साथ विराजमान है।

 केदारनाथ मंदिर में कन्नड़ भाषा में मंत्रों का जाप किया जाता है।

 जब केदारनाथ मंदिर 6 महीने के लिए बंद हो जाती है तो सभी देवताओं की मूर्ति को उखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में ले जाया जाता है और वही उनकी पूजा की जाती है।

 केदारनाथ मंदिर 400 साल तक पूरी तरह से बर्फ में दबा रहा और फिर इस मंदिर का पता चला।Letsdiskuss


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