सांप आपने शरीर से केंचुली उतराता है तो उसे संक्रमण से मुक्ति मिलती है इसलिए वह खुद को काफी फुर्तीला महसूस करता है और पहले से ज्यादा सांप खूंखार हो जाता है।
सांप एक साल के अंदर कम से कम 3 से 4बार केंचुली बदलता है, क्योंकि ज़ब सांप की त्वचा खराब हो जाती है यानि उसकी त्वचा मे संक्रमण पैदा हो जाते है तो ऐसे मे सांप केंचुली बदलने की कोशिश करता है क्योंकि उस समय सांप बहुत ही कष्टदायी परिस्थितियों से गुजरता है। यहाँ तक सांप खाना -पिना तक छोड़ देते है, और वह किसी एकांत जगह मे जाकर आपने शरीर को पेड़, पौधों मे रगड़ते है जिससे उनके त्वचा के पास की चमड़ी ढीली होती है इसलिए निकल जाती है लेकिन शरीर के अन्य हिस्सों की त्वचा टाइट होने के कारण उन्हें अपना शरीर पत्थरो,काँटों मे रगड -रगड़कर आपने शरीर से केंचुली निकालते है। ज़ब सांप के शरीर से केंचुली निकाल जाती है तो सांप खुद को फुर्तीला महसूस करते है और पहले से काफ़ी ज्यादा उनका शरीर चिकना हो जाता है।Loading image...