पीएम प्रणाम योजना क्या है? - letsdiskuss
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पीएम प्रणाम योजना क्या है?


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पीएम प्रणाम योजना क्या है चलिए इसकी जानकारी प्राप्त करते हैं:-

हमारे पीएम नरेंद्र मोदी जी आए दिन नई-नई स्कीम चालू कर रहे हैं, उन्हें में से एक स्कीम है पीएम प्रणाम योजना यह योजना केंद्र सरकार की एक बहुत ही महत्वाकांक्षी स्कीम है, इस योजना के तहत सरकार पर सब्सिडी का बोझ कम करने के साथ खेती में रासायनिक उर्वरकों की जगह वैकल्पिक उर्वरकों को बढ़ावा देना है, इस योजना के लिए हमारे भारत की सरकार 370 करोड़ रूपये 3 साल के अंदर खर्च करने वाली है। सरकार कोशिश कर रही है कि इस योजना के जरिए किसान लोग नैनो यूरिया और सल्फर कोटेड यूरिया का इस्तेमाल करें,इससे सीधे तौर पर किसानों को फायदा होगा क्योंकि मार्केट पर किसानों का अनाज अच्छे दामों में बेचा जाएगा जिससे किसानों की मेहनत का फायदा उन्हें सही तरीके से मिल सके।

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हमारे भारत देश के प्रधानमंत्री श्री माननीय नरेंद्र मोदी जी लगातार चार बार भारत के प्रधानमंत्री बनते आ रहे हैं। नरेंद्र मोदी जी हमेशा अपने देश की जनता के भलाई के बारे में सोचते हैं और हमेशा उनकी मदद करते हैं। नरेंद्र मोदी जी आए दिन नई-नई स्कीम बना रहे हैं उन्हें में से एक है पीएम प्रणाम योजना आप सभी ने पीएम प्रणाम योजना के बारे में तो सुना ही होगा लेकिन क्या आप जानते हैं कि पीएम प्रणाम योजना क्या है यदि आपको जानकारी है तो अच्छी बात है और यदि जिन लोगों को इसकी जानकारी नहीं है तो आज मैं उन लोगों को इसकी जानकारी देना चाहूंगी।

 

पीएम प्रणाम योजना:- दोस्तों हाल ही में केंद्र सरकार की ओर से कैबिनेट बैठक में पीएम प्रणाम योजना को मंजूरी मिल गई है। इस योजना के जरिए सरकार की कोशिश है कि किसानों को रासायनिक उर्वरकों की जगह उर्वरकों के उपयोग के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। इस योजना के लिए हमारे भारत देश की सरकार अगले 3 साल  से 370000 करोड रुपए खर्च करने वाली है। इस योजना के तहत सरकार पर सब्सिडी का बोझ तो काम होगा और खेती में अन्य उर्वरकों के इस्तेमाल से खेती की गुणवत्ता भी बेहतर होगी। इसकी वजह से किसानों को भी फायदा होगा क्योंकि इससे खेती की लागत कम हो सकती है।

 

चलिए दोस्तों हम आपको बताते हैं कि पीएम प्रणाम योजना को शुरू करने का क्या उद्देश्य था:-

दोस्तों इस योजना के जरिए सरकार फर्टिलाइजर सब्सिडी के बढ़ते  बोझ को कम करने और मिट्टी की सेहत को सुधारने के लिए की गई है।

 दोस्तों पिछले कई सालों से केमिकल फ़र्टिलाइज़र के बहुत ज्यादा इस्तेमाल की वजह से न केवल खेती में बल्कि अनाज के पोषक तत्वों की क्वालिटी में गिरावट देखने को मिल रही थी इसलिए सरकार ने इस योजना का आरंभ किया।

 

 

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दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कई सारी योजनाएं निकाली है उनमें से एक योजना पीएम प्रमाण योजना भी है। चलिए हम आपको बताते हैं कि पीएम प्रमाण योजना क्या है।

 

हाल ही में सरकार की ओर से कैबिनेट बैठक में पीएम प्रमाण योजना को मंजूरी दी गई है। इस योजना का उद्देश्य है कि किसानों को रासायनिक उर्वरक की जगह वैकल्पिक उर्वरक का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य है की सरकार अगले तीन सालों में तीन लाख 70,000  करोड़ खर्च करने वाली है।

 

आजकल के किसान रासायनिक उर्वरक का ज्यादा प्रयोग करते हैं। लेकिन सरकार का इस योजना के तहत यह प्लान है कि किसान रासायनिक उर्वरकों को इस्तेमाल कम करके वैकल्पिक उर्वरको को खेती में इस्तेमाल करें। अगर किसान वैकल्पिक उर्वरक का प्रयोग करेगा तो सरकार पर सब्सिडी का बोझ कम होगा और खेती की गुणवत्ता में भी सुधार होगा इससे किसानों का फायदा होगा क्योंकि इसमें खेती की लागत कम होती है।

 

 मैं आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि सरकार ने नैनो यूरिया और सल्फर कोटेड यूरिया के इस्तेमाल पर ज्यादा जोर दिया है।

 इसके बाद सरकार ने  नीम लेपित यूरिया का उत्पादन 100% अनिवार्य कर दिया है। नीम लेपित यूरिया का खेती में इस्तेमाल करने से निम्न लाभ मिलते हैं -

  1. मृदा स्वास्थ्य में सुधार होता है।
  2. पादप संरक्षण रसायनों के उपयोग में कमी होती है।
  3.  खेती के फसल में कीट हमले और रोग में कमी होती है।
  4.  धन,गान्ना,मक्का, सोयाबीन, गेहूं,अरहर लाल चना के उपज में वृद्धि होती है।

 चलिए हम आपको बताते हैं की सरकार के सब्सिडी में बचत होगी तो वह इस राशि को कहां-कहां अनुदान के रूप मे देगा -

 सब्सिडी बचत का 50% उस राज्य को सरकार अनुदान के रूप में देगा जो पैसा बचाता है।

 योजना के तहत प्रदान किए गए 70% अनुदान गांव, ब्लॉक और शहर को भेज दिया जाएगा।

 इसके बाद 30%अनुदान राशि का उपयोग सरकार किसानों,पंचायत, उत्पादक संगठनों और स्वसहायता समूह को पुरस्कृत करेगा।

 

 

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