स्वयंपोषी:- वे जीव- जंतु जो अपना भोजन सूर्य की उपस्थिति मे सरल अकर्बनिक पदाथो द्वारा जटिल कार्बनिक प्रदर्थो से अपना भोजन स्वयं बनाते है, इनको स्वयंपोषी जीव कहते है। उदहारण -युग्लीना और सभी प्रकार के हरे पेड़ -पौधे।
स्वयंपोषी जीव अपने भोजन खुद ढूंढ़ कर बनाते है। और यह किसी भी जीव -जंतु पर निर्भर नहीं होते है। और इनमें क्लोरोफिल पाया जाता है जिसके कारण यह हरे रंग हो जाते है। यह प्रकाश संश्लेषण की क्रिया द्वारा अपना भोजन बनाने मे सफल हो पाते है।
विषमपोषी :- विषमपोषी जीव वह होते है, जो अपना भोजन के लिए दूसरे जीवो पर निर्भर होते हैजो सडे -गले, प्रदर्थो से अपना भोजन ग्रहण करते है वह विषमपोषी जीव कहलाते है। जैसे - कवक और शैवाल।Loading image...