वायरल फीवर मानसून के वजह से होने वाली नार्मल बीमारी होती है,जागरुकता की कमी होने के कारण से वायरल फीवर अक्सर अज्ञात होता है।उसके नतीजे में ये बढ़कर अंतिम चरण को पहुंच जाता है. उसके अलावा, तेज फीवर को कम करने के लिये एंटीबायोटिक्स की हेल्प से यह इलाज की परेशनियो के जोखिम को अधिक बढ़ा देती है।
वायरल फीवर का मतलब यह होता है कि वायरस होने वाला फीवर या वायरल यह बिल्कुल बुखार की तरह होता है.उसके चलते शुरुआत में बॉडी मे बहुत अधिक थकान होती है तथा पुरे बॉडी मे बहुत तेज दर्द होता है।
वायरल फीवर वायु से संबंधित बीमारी होती है. उसके अलावा, यह दूषित जल के फैलाव के कारण हो सकता है जिसको पानी से होने वाला संक्रमण कहा जा सकता है. वायरल फीवर बैक्टीरियल इंफेक्शन के शुरुआत लक्षण एक जैसे होते है।जिसके कारण से दोनों के बीच काफ़ी अंतर होता है, वायरल फीवर तथा बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से होने वाले फीवर में काफ़ी फर्क देखने को मिलता है।Loading image...