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komal Solanki

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वायरल फिवर क्या है?


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वायरल फीवर अधिकतर मॉनसून के बदलाव के कारण फैलता है और इसके फैलने का मुख्य कारण है इंफेक्शन जिसके कारण यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल जाता है और इसके लक्षण इस प्रकार है वायरल फीवर होने पर व्यक्ति के सिर में दर्द होने लगता है और साथ ही जोड़ों में दर्द और गले में दर्द दिखाई देने लगता है वायरल फीवर होने पर शरीर का तापमान समय-समय पर तेजी से उतरने और चढ़ने लगता है। वायरल फीवर बिल्कुल सामान्य बुखार की तरह होता है वायरल फीवर होने पर आंखें लाल हो जाती है, उल्टी और दस्त लगने लगता है, ठंड और कपकपी लगने लगती है।Letsdiskuss


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Preetipatelpreetipatel1050@gmail.com | पोस्ट किया


वायरल फीवर एक ऐसी फीवर होती है जिसमें व्यक्ति का शरीर कभी गर्म हो जाता है तो कभी ठंडा। वायरल फीवर एक इंफेक्शन है जो वायु और बदलते मौसम के कारण व्यक्तियों मैं अचानक फैल जाता है। अगर किसी व्यक्ति को वायरल फीवर हो जाती है तो उस व्यक्ति का पूरा शरीर कमजोर हो जाता है और उसे कपकपी आने लगती है।सर में दर्द उत्पन्न होने लगता है।Letsdiskuss


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दोस्तों इस पोस्ट में हम बताएंगे कि वायरल फीवर क्या है। वायरल फीवर एक बुखार होती है वायरल फीवर शरीर के औसत ताप से बहुत अधिक होती है वायरल फीवर होने पर शरीर मे कुछ लक्षण भी दिखाई देते है जैसे कि खांसी, नाक का बहना, थकान और शरीर में दर्द महसूस होगा। वायरल फीवर होने पर डॉक्टर को दिखाना जरूरी होता है जिससे डॉक्टर सही समय पर वायरल फीवर का इलाज कर सकें।

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Occupation | पोस्ट किया


वायरल फीवर मानसून के वजह से होने वाली नार्मल बीमारी होती है,जागरुकता की कमी होने के कारण से वायरल फीवर अक्सर अज्ञात होता है।उसके नतीजे में ये बढ़कर अंतिम चरण को पहुंच जाता है. उसके अलावा, तेज फीवर को कम करने के लिये एंटीबायोटिक्स की हेल्प से यह इलाज की परेशनियो के जोखिम को अधिक बढ़ा देती है।
वायरल फीवर का मतलब यह होता है कि वायरस होने वाला फीवर या वायरल यह बिल्कुल बुखार की तरह होता है.उसके चलते शुरुआत में बॉडी मे बहुत अधिक थकान होती है तथा पुरे बॉडी मे बहुत तेज दर्द होता है।


वायरल फीवर वायु से संबंधित बीमारी होती है. उसके अलावा, यह दूषित जल के फैलाव के कारण हो सकता है जिसको पानी से होने वाला संक्रमण कहा जा सकता है. वायरल फीवर बैक्टीरियल इंफेक्शन के शुरुआत लक्षण एक जैसे होते है।जिसके कारण से दोनों के बीच काफ़ी अंतर होता है, वायरल फीवर तथा बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से होने वाले फीवर में काफ़ी फर्क देखने को मिलता है।Letsdiskuss


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दोस्तों चलिए हम आपको इस आर्टिकल में बताते हैं की वायरल फीवर क्या है, वायरल फीवर मानसूनी की वजह से होने वाली नॉर्मल बीमारी है,जागरूकता की कमी होने के कारण से वायरल फीवर अक्सर अज्ञात होता है। वायरल फीवर का मतलब यह होता है,कि वायरल होने वाला फीवर या वायरस यह बिल्कुल बुखार की तरह होता है। वायरल फीवर आयु से संबंधित बीमारी होती है जिसके अलावा यह दूषित जल के फैलाव के कारण हो सकता है। वायरस से होने वाला संक्रमण के कारण शारीरिक तापमान में वृद्धि वायरल बुखार की श्रेणी में आती है। वायरल फीवर बैक्टीरिया इन्फेक्शन के शुरुआत लक्षण एक जैसे होते हैं। जिसके कारण दोनों में काफी अंतर होता है, वायरल फीवर तथा बैक्टीरिया इन्फेक्शन की वजह से होने वाला फीवर में काफी फर्क देखने में मिलता है। जिस व्यक्ति को भी वायरल फीवर हो जाता है तो उसकी पूरी बॉडी कमजोर हो जाती है। इसीलिए प्रदूषण से बच्चे और अच्छा भोजन करें जिससे आपको वायरस बीमारी ना हो।

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वायरल फीवर बीमारी मौसम परिवर्तन होने की एक विशेष प्रकार की बीमारी होती है वायरल फीवर बीमारी का तेजी से फैलने का मुख्य कारण इंफेक्शन होता है यह वायु से संबंधित बीमारी होती है यह वायरल फीवर बीमारी ऐसी होती है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के सम्पर्क में आसानी से पहुंचा जाती है। वायरल फीवर बीमारी होने से व्यक्ति को सिर दर्द जोड़ों में दर्द गले में दर्द जैसी समस्याएं अनेक प्रकार की दिखाई देने लगती है और इस बीमारी में शरीर का तापमान समय-समय पर तेजी से चढ़ता उतरता रहता है वह यह एक वायरल बीमारी होती है। Letsdiskuss

और पढ़े- स्क्रब टाइफस क्या है?


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वायरल फीवर:-वायरल फीवर वायु से संबंधित बीमारी होती है. उसके अलावा, यह दूषित जल के फैलाव के कारण हो सकता है जिसको पानी से होने वाला संक्रमण कहा जा सकता है. वायरल फीवर बैक्टीरियल इंफेक्शन के शुरुआत लक्षण एक जैसे होते है।जिसके कारण से दोनों के बीच काफ़ी अंतर होता है, वायरल फीवर तथा बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से होने वाले फीवर में काफ़ी फर्क देखने को मिलता है।

वायरस से होने वाले संक्रमण के कारण शारीरिक तापमान में वृद्धि वायरल बुखार की श्रेणी में आती है।ये छोटे सर्वव्यापी सूक्ष्मजीव, वायरस, आमतौर पर आकार में कुछ सौ नैनोमीटर तक होते हैं।

वायरल फीवर का मतलब यह होता है कि वायरस होने वाला फीवर या वायरस यह बिल्कुल बुखार की तरह होता है। उसके चलते शुरुआत में बॉडी से अधिक थकान होती है तथा पूरे बॉडी में बहुत तेजी से दर्द होता है।Letsdiskuss


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आप जानना चाहते हैं की वायरल फीवर क्या है तो चलिए हम आपको वायरल फीवर के बारे में बताते हैं:-

दोस्तों वायरल फीवर मानसून के दौरान होने वाली एक बहुत ही आम बीमारी है। यह बीमारी ज्यादातर बच्चों और बूढ़ों को होती है क्योंकि उनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है।वायरल फीवर का मतलब होता है वायरस से होने वाला बुखार।यह बिल्कुल बुखार की तरह ही होता है इसकी शुरुआती लक्षण कुछ इस तरह के होते हैं।मसल्स या शरीर में बहुत तेज दर्द होना,शरीर का बहुत ज्यादा ताकत होता महसूस होना यह सभी लक्षण वायरल फीवर के लक्षण है।

वायरल फीवर से बचने के कुछ उपाय :-

आप अपने शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखें, अपने डाइट में पौष्टिक आहारों को शामिल करें, ऐसा करने से आप वायरल फीवर की जकड़ में नहीं पहुंच पाएंगे और आप इससे बच जाएंगे।

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