जब सूर्य ग्रहण होता है तो उस समय का नज़ारा बहुत अद्भुत
भी हो सकता है पर ये नजारा देखने से हमारी आंखों से नुकसान हो सकता है आता इस नज़ारे
को खुली आंखों से देखने से आपकी आंखों की रोशनी
जाने का खतरा भी हो सकता है| सूर्य ग्रहण के समय उस से निकलने वाली सौर विकिरण बहुत
शक्तिशाली होती हैं और ये बड़ी आसानी से आंखों के रेटिना में कोशिका को भारी नुकसान
पहुंचा सकती है| इस कारण से भी आंखों की रोशनी जाने का खतरा रहता है|सूर्य ग्रहण के
समय सूर्य से निकली तेज किरणें आंखों के केंद्र बिंदु को आसानी से प्रभावित कर सकती
है| आज हम बात केर रहे है की सूर्य ग्रहण के दौरान आपको किस तरह अपनी आंखों को बचाना
चाहिए| तो याद रखे की आंखों पर सूर्य की सीधी किरणे ना पड़ने दें और अगर गलती से आप
ने ग्रहण को देख लिया है और उसके देखने के बाद आपको आंखों में कुछ महसूस हो रहा है
जैसे कम दिखाई देना और रंगों को नहीं पहचानना तो आप देरी न करे और तुरंत ही नेत्र विशेषज्ञ
डॉक्टर के पास जाइये| सूर्य ग्रहण देखने के लिए हमेशा विशेष चश्मे का करें प्रयोग जिन्हे
अंतर्राष्ट्रीय मानक संगठन के द्वारा निर्धारित किए हुए विशेष प्रकार के चश्मे का ही
प्रयोग करना चाहिए| इन चश्मों से आंखों को
सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाया जा सकता है और सूर्य ग्रहण को देखा जा सकता है।
यह विशेष प्रकार के ये चश्मे सूर्य से निकलने वाली यूवी किरणों को रोक देते है|क्या
आप लोग जानते है की सूर्य की अवरक्त किरणें आंखों के लिए अच्छी मानी जाती है हमे इन
चश्मों के सात भी सावधानी बरतनी चाहिए:- जैसे चश्मे के लैंस पर अगर स्क्रैच पड़े हुए
हों तो उनसे सूर्य ग्रहण न देखे| अगर चश्मा ३-४ साल पुराण हो तो उसका भी प्रयोग न करे|
चश्मा उतारते समय याद रखे की सूर्य ग्रहण देखते समय चश्मों को ना उतारें। अगर थोड़ी
देर के लिए भी खुली आंखों से आपने सूर्य की तरफ ना देखा तो ऐसा करना आपकी आँखो के लिए
नुकसान दे साबित हो सकता है|