Marketing Manager | पोस्ट किया |
| पोस्ट किया
टाटा मोटर्स और मारुती की गाड़ियों में जमींन आसमान का फर्क है। सिर्फ माइलेज ही नहीं, इसके इंजन भी टाटा से कई गुना अच्छे है। जो इंजन मारुती अपने गाड़ियों के लिए दे रही है, टाटा अगले 10 सालों तक नहीं दे पायेगी। टाटा nexon में 3 सिलेंडर इंजन है और brezza में 4 सिलेंडर, जाहिर है कि मारुति का इंजन रिफाइन और बेहतर होगा। रही बात सेफ्टी की तो brezza 4 की सेफ्टी रेटिंग के साथ मारुति की सबसे सेफ कार है, इसलिए टाटा को तवज्जो देने की बात भी खत्म हो जाती है। लुक्स की बात करें तो brezza नेक्सोन से कहीं ज़्यादा आकर्षक दिखती है। मेरे पास खुद टाटा कार है, इसीलिए आपको सुझाव दे रहा हूँ कि टाटा की गाड़ियां न ही खरीदें तो अच्छा रहेगा। बार बार सर्विस सेंटर के चक्कर लगाते रह जाओगे।
भारी भरकम कम पावर वाली कारें और बेहद शोर करने वाला इंजन, 2-3 साल बाद बेचना चाहो तो आधी कीमत भी ना मिले। वहीं मारुति की कार को 10 साल बाद भी काफी अच्छी कीमत मिल जाती है, और भारत के किसी भी कोने में चले जाओ, spare पार्ट्स आसानी से मिल जाएंगे। टाटा के तो जगह जगह अथॉराइज़्ड सर्विस सेंटर भी बंद हो रहे हैं।
अगर आज का समय देखा जाये तो एक से एक बेहतरीन गाड़ियां मार्किट में आकर धूम मचा रहीं है। टाटा मोटर्स बहुत ही पुराणी कंपनी में से एक है, जिसनें भारतियों के लिए एक से एक बेहतरीन करें निकली है। हमें ज्यादातर सेना की गाड़ियां टाटा कंपनी के द्वारा बनी हुई मिलेंगी। मारुती की बात ही अलग है क्यूंकि हमें बचपन में पापा मारुती की कर आल्टो में स्कूल जो छोड़नें जाते थे। यह दोनों गाड़ियां कहीं न कहीं एक बराबर ही है बस हमें सोचना होगा की कौन सी गाड़ी लें कौन सी ना लें।
और पढ़े--इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखें
0 टिप्पणी