हिंदी सिनेमा में म्यूजिक को एक अलग परिभाषा और स्तर किसी ने दिया तो वो थे राहुल देव बर्मन यानी आरडी बर्मन | पूरे दो दशक यानी 60 से 80 के दशक तक सुपरहिट गीतों की रचना करने वाले आरडी बर्मन का साल 1994 जनवरी 4 को निधन हो गया था | आरडी बर्मन एक ऐसे शक़्श थे जिनसे बच्चा बच्चा वाकिफ़ है , जिनके काम और नाम ने उनके ना होने पर भी उन्हें हमारे दिलो में अब तक ज़िंदा रख रखा है |
आरडी बर्मन को बॉलीवुड जगत में पंचम दा कह कर ही पुकारा जाता था , उनके पिता सचिन देव बर्मन भी फिल्म इंडस्ट्री में बहुत बड़े नामी संगीतकार थे , इसलिए ऐसा माना जाता था की आरडी बर्मन के लिए संगीत किसी आस्था से कम नहीं थी , आरडी बर्मन ने संगीत विद्या किसी और से नहीं बल्कि खुद अपने पिता से संगीत साधना सीखी |
अपने दो दशक के काम में आरडी बर्मन ने करीब करीब 331 फिल्मो में संगीत दिया साथ ही ऐसी भी कई फिल्मे है जिनमे उन्होंने खुद गायन किया है क्योंकि उनके संगीत के साथ साथ उनकी आवज़ भी हिंदी सिनेमा जगत में नायब मानी जाती थी | आरडी बर्मन ने अपने संगीत करियर में सबसे ज्यादा काम अपनी पत्नी आशा भोंसले और किशोर कुमार के साथ काम किया है | आशा भोंसले , किशोर कुमार और आरडी बर्मन को तिगड़ी कहा जाता था इन तीनो महान कलाकारों ने एक साथ कई सारी सुपरहिट गाने Bollywood को दिए है |
आरडी बर्मन के सदाबाहर गीतों की सूची
- पति पत्नी फिल्म से - मार डालेगा दर्दे जिगर
- फिल्म बहारों के सपने से- चुनरी संभाल गोरी
- फिल्म: द बर्निंग ट्रेन से - पल दो पल का साथ हमारा
- फिल्म अमर प्रेम से - तो लोग कहेंगे लोगों का काम है कहना
- फिल्म आंधी से - तेरे बिना ज़िंदगी से कोई शिकवा तो नहीं