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मेरे ख्याल से तो माँ बाप अपने बच्चो की शादी को लेकर ज्यादा ही खुश हो जाते है जिस वजह से वह शादी मे कुछ बेफिजूल के खर्चे कर देते है। जैसे कि शादी से पहले तेल चढ़ाने की रस्म इसमें बेफिजूल का ही खर्च है, क्योंकि यदि आप वही तेल गरीबो को दान देंगे तो वह बदले मे आपको दुवा देंगे। इसके अलावा शादी के बाद अलग से रिस्पेक्शन पार्टी रखते है उसमे भी बेफिजूल का ही खर्चा होता है।
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हर मां बाप की इच्छा होती है कि उनके बच्चों की शादी धूमधाम से की जाए इसी वजह से वह लगे रहते हैं कि उनके बच्चों की शादी में कोई कमी ना आए लेकिन मैं जानना चाहता हूं कि क्या शादी में भी फिजूल खर्चे ना किए जाए तो क्या होगा यह तो और अच्छी बात होगी कि शादी मे बेफिजूल खर्च ना किए जाएं तो इससे आपका पैसा बचेगा। इसके अलावा आप शादी में भी फिजूल खर्च करने की जगह गरीबों को भोजन करवाएं इससे आपको पुण्य मिलेगा। जिन लोगों को पहनने के लिए कपड़े नहीं है उसे दान करें।
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जी हां बिल्कुल शादी पार्टी मे बेफिजूल के खर्चा करना सही नहीं है, जितना कम पैसा खर्चा करेंगे उतना ही ज्यादा आपका पैसा बच जाएगा और वही पैसा आप किसी दूसरे काम मे लगा सकते है। लेकिन आज के समय मे ऐसा कोई नहीं सोचता है जिसके पास पैसा है वो तो शादी मे बेफिजूल के खर्चा करता ही है जैसे कि शादी के हर एक फंक्शन मे हल्दी की रस्म मे 5-10 किलो हल्दी लाते है और हल्दी खेली जाती है, हल्दी खरीदने मे कम से कम 5से 6हज़ार रूपये बेफिजूल के
खर्चा कर देते है जबकि यही हल्दी खेलने की जगह आप किचेन मे खाना बनाने मे भी इस्तेमाल कर सकते है।
इसके अलावा शादी मे मेंहदी के फंक्शन मे बेफिजूल के खर्चे किये जाते है उसमे एक ही कलर के कपड़े पहनने का नया ट्रेड चला है जिसमे कपड़े खरीदने मे खर्चा होता है और मेंहदी लगाने वाली को अलग से पैसो दो, घर डेकोरेशन करने के लिए भी पैसा बेफिजूल का खर्चा होता है। यदि आप मेंहदी फंक्शन सिम्पल तरीके से करेंगे तो इन सब चीजों का पैसा बच जाएगा।
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दोस्तों आप सभी को पता ही है कि जब शादी होती है या फिर पार्टी तो बेफिजूल के खर्च होते ही हैं अब आप यह भी जानते हैं कि वर्तमान के समय तो यह घर से और भी बढ़ गए हैं यदि घर में पार्टी होती है तो उसके लिए बहुत से अरेंजमेंट करने पड़ते हैं। जिसमें डेकोरेशन गेट्स के लिए खाने का अरेंजमेंट करना ही पड़ता है। और यदि घर में शादी का फंक्शन हो गया था मानो लाखों का खर्चा होता है क्योंकि शादी के फंक्शन बहुत सारे होते हैं जैसे कि संगीत, मेहंदी,हल्दी हर फंक्शन के लिए अलग-अलग अरेंजमेंट करना पड़ता है इसके साथ ही हर फंक्शन में घर वालों को अलग-अलग कपड़े भी चाहिए होता है। सबसे ज्यादा तो खर्च दुल्हन के होते हैं दुल्हन को महंगा मेकअप चाहिए होता है। और इसके बाद वेडिंग हॉल का भी अरेंजमेंट देखना पड़ता है वहां की डेकोरेशन अच्छे से करवानी पड़ती है जिससे कि लड़के वाले नाराज ना हो जाए। इसीलिए आज के समय में बेफिजूल खर्चे ज्यादा हो रहे हैं।
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