नागरिकता कानून का विरोध अब हिंदुत्व का विरोध हो गया है। दिल्ली का शाहीन बाग हो या कोटा का ईदगाह, प्रयागराज का मनसूर अली पार्क हो या फिर AMU का कॉलेज। जहां भी CAA का विरोध हो रहा है वहां हिंदुत्व के प्रतीकों का अपमान हो रहा है। हिंदू विरोधी नारे लग रहे हैं। जिन्ना की जयकार हो रही है। और जिन प्रतीकों की हिंदू धर्म में पूजा होती है। जिन प्रतीकों को आप मंदिर की दीवारों पर बना देखते हैं। उनका इस्तेमाल विरोध के लिए हो रहा है। आखिर सियासत के लिए हिंदुओं और हिंदुत्व का बलिदान कबतक?
(इमेज-गूगल)
जैसा की आप सब जानते हो दिल्ली में बहुत शर्मनाक घटना हुई है कुछ लोगो ने दिल्ली में लोगो को मारा और उनके घर जला दिए साथ ही उनके द्वारा पुलिस के जवान भी मारे गए है।
ऐसा दिल्ली में हुआ है और दिल्ली के मालिक अरविन्द केजरीवाल जी इस घटना के लिए हिन्दुओ को दोषी बता रहे है क्युकी उनमे सच बोलने और सुनने की शक्ति नहीं है के ये सब उनकी पार्टी के ही कुछ अच्छे नेताओ ने किया है जिसमे उनके निगम पार्षद ताहिर हुसैन का नाम आ रहा है वैसे में आपको बता देता हूँ इसमें किसी का कुछ नहीं गया जो लोग मरे गए ज्यादातर हिन्दू थे और उनको उनके घरो से निकाल दिया गया है।
इन सब के लिए कौन जिम्मेदार है बस आप खुद ही सोचे की अगर आपने अपने लिए कोई नेता चुना है तो क्या वो आपको आपके जीवन की सुरक्षा का वचन देता है क्युकी केजरीवाल तो जनता की गलत चॉइस हो गया है ।
अगर विरोध CAA का है तो शाहीन बाग में स्वास्तिक का अपमान क्यों कर रहे है? स्वास्तिक और CAA दोनों में कौन सा संबंध है? हिंदू धर्म में स्वास्तिक की चार रेखाएं भगवान ब्रह्मा का प्रतीक हैं इसीलिए किसी काम की शुरुआत स्वास्तिक बनाकर की जाती है और आप लोग नफरत फैलाने की शुरुआत स्वास्तिक से करके क्या बताना कहते है । अलीगढ़ में नारा लगता है- हिंदुत्व की कब्र खुदेगी, AMU की छाती पर, योगी तेरी कब्र खुदेगी AMU की धरती पर , ऐसे नारों में CAA का विरोध कहां है। आज तक शाहीन बाग में वंदेमातरम के नारे क्यों नहीं लगे। CAA के खिलाफ खड़े लोगों ने आज तक हिंदुस्तान जिंदाबाद क्यों नहीं कहा। जिन्ना वाली आजादी तो कहते हैं वंदे मातरम भी कहिए। अगर CAA का विरोध तो पोस्टर पर अपशब्द के साथ हिंदुत्व क्यों लिखा है। CAA का विरोध है तो पोस्टर में ऊं का अपमान क्यों है?
टुकड़े गैंग कहती है,भारत माता की जय एक साम्प्रदायिक नारा है। माता सिर्फ माता होती है हिंदू मुसलमान नहीं , आप लोग मां को हिंदू-मुसलमान में बांट रहे हो। उन्होंने कहा ये नफरत कौन फैला रहा है? युवाओं को ये पोस्टर कौन दे रहा है जिस पर लिखा है लाल किला तो मुगलों ने बनवाया था। इसलिए 26 जनवरी को मोदी जी वहां से भाषण न दें। लाल किला हिंदुस्तान का है। हिंदू मुसलमान का नहीं। प्रयागराज में नारे लगे इंकलाब जिंदाबाद, सबने इसे संवारा है, जितना तुम्हारा, उतना ही यह मुल्क हमारा है। किसने कहा कि ये मुल्क आपका नहीं है। CAA तो नागरिकता देने के लिए है। लेने के लिए नहीं।
आपको बस बताना चाहते है की इनका विरोध जायज होता अगर वो तरीके से किया जाता ये तो गुंडागर्दी है की सड़क को रोकना और लोगो को परेशान करना वैसे आपको बता देता हूँ ये दिल्ली सर्कार की सबसे बड़ी हार है के वो इसको रोक नहीं सके और इसमें केंद्र सरकार को काम करना पड़ा।
ये विरोध है धरा 370 का।
ये विरोध है राम मंदिर का।
ये विरोध है तीन तलाक का।
ये विरोध है हिंदुत्व का।
ये विरोध है मोदी सरकार का।
ये विरोध है मेरा और आप का।
ये विरोध है हर एक हिंदुस्तानी का
जय हिन्द जय भारत