तम्सो मा ज्योतिगर्मया इस श्लोक का अर्थ यह होता है कि असत्य की राह को छोड़कर सत्य के मार्ग की ओर चलकर अपने जीवन के अंधरो को दूर करके उजाले की ओर अग्रसित होना।अपने जीवन की सभी बुराइयों को जड़ से खत्म करके असत्य के मार्ग को छोड़कर सत्य के मार्ग को अपनाना चाहिए। यह पर इस श्लोक से कहने का तात्पर्य है कि जिस तरह से सूर्य की किरणों से सुबह उजाला होता है उसी प्रकार से मनुष्य के जीवन मे भी अंधकार रूपी अंधेरे को दूर करके प्रकाश रूपी उजाले को अपने जीवन मे लाये।
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