वैसे तो हमेशा ही बॉलीवुड ने सिर्फ मुख्य किरदारों को सराहा है लेकिन अमरीश पूरी उन विलेन में से एक है जिन्होनें विलेन होने कि परिभाषा को बदला और एक अलग पहचान बनाई | अमरीश पुरी जब कभी पर्दे पर विलेन बनकर आते थे तो दर्शकों के दिलों की धड़कनें ठहर जाती थीं। उनकी बुलंद आवाज, आंखों से झलकती नफरत और उनकी दमदार अदाकारी के आगे बड़े-बड़े सुपरस्टार भी फीके पड़ जाते थे। अमरीश पुरी अपने दमदार अदाकारी से किरदार में इस तरह घुल जाते कि कई बार वह फिल्म के हीरो पर भी भारी पड़ते दिखते थे। इसलिए आज हम आपको उनके सबसे अच्छे फेमस डायलाग के बारें में बताएँगे |
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-News Nation
1. मोगैंबो खुश हुआ
फिल्म मिस्टर इंडिया में अमरीश पुरी ने मोगैंबो का किरदार निभाया था। इस किरदार में उन्होंने जान डाल दी थी। फिल्म को रिलीज हुए 30 साल हो गए हैं, लेकिन ये डायलॉग आज भी लोगों के जुबान से उतरा नहीं है। इस डायलॉग ने अमरीश को फिल्म इंडस्ट्री में सबसे बड़े खलनायक के रूप में पहचान दिलाई, और यह कहा जा सकता है की यह उनके जीवन का टर्निंग पॉइंट था ।
2. जा सिमरन जा, जी ले अपनी जिंदगी
फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ को बॉलीवुड की सबसे आइकॉनिक फिल्मों में से एक माना जाता है।
3. पैसों के मामले में मैं पैदाइशी कमीना हूं, दोस्ती और दुश्मनी का क्या, अपनों का खून भी पानी की तरह बहा देता हूं
सलमान खान और शाहरुख खान की सुपरहिट फिल्म करण-अर्जुन का ये डायलॉग काफी हिट हुआ था। इस फिल्म में अमरीश पुरी ने ठाकुर दुर्जन सिंह का किरदार निभाया था, और यह भी उनके बहुचर्चित किरदारों में से एक था।
4. आओ कभी हवेली पर
‘नगीना’ फिल्म में जब लम्बे बालों के साथ काले कपड़े पहने अमरीश ने ये डायलॉग बोले, तो दर्शकों को समझ आ गया कि कुछ बुरा होने वाला है। इस डायलॉग को आज भी लोग मजाकिया तौर पर खूब इस्तेमाल करते हैं, यहाँ तक की इस पर कई तरह के मीम भी बनें है।