कांग्रेस और बीजेपी सरकार दोनों में चूहे बिल्ली का खेल चलता ही रहता हैं | न जाने कब तक ये खेल चलेगा, हर रोज कांग्रेस और बीजेपी को लेकर media में खबरें आती रहती हैं, और जिसमें ये दोनों बस एक दूसरे की बुराई करते नज़र आते हैं | मुझे तो ये समझ नहीं आता ऐसा कब तक चलेगा | एक ही देश में रहने वाले लोग एक दूसरे के विरोधी बने हुए हैं | जब खुद एक दूसरे के विरोधी हैं, तो अपने विरोधियों को क्या सबक सिखाएंगे ये लोग |
खैर, ये सब छोड़िये अब आते हैं आपके सवाल पर , जैसा अभी कुछ समय पहले सभी नहीं देखा किस तरह राहुल गाँधी ने एक चिपको आंदोलन के तहत भारत के prime minister narendra modi जी को गले लगा लिया और दूसरे ही पल उन आरोप की बारिश कर दी | वैसे तो ये आम बात हैं राहुल गाँधी का इस तरह prime minister narendra modi जी पर आरोप लगाना | अब कांग्रेस के एक प्रवक्ता पवन खेड़ा ने prime minister narendra modi जी पर आरोप लगाया हैं |
जैसा कि पवन खेड़ा ने एक आरोप और लगाया, पवन खेड़ा का कहना है, कि नोटबंदी के कारण 1.26 करोड़ लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा | उन्होंने आगे ये भी कहा कि ILO (International Labour Organization ) Data के अनुसार 2019 तक 77% लोग अपनी नौकरी खो देंगे या फिर नौकरी खोने की कगार पर होंगे | उनका कहना हैं, कि मोदी जी बेरोजगारों को नौकरी देने का वादा कैसे सच हो सकता हैं, जबकि मोदी जी ही लोगों की नौकरी खोने का कारण हैं |
पवन खेड़ा का कहना हैं " मोदी की असफलताएं ही भारत के लिए अच्छे दिन हैं "
(Courtesy : DNA India )