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मानव शरीर के लिये सब से घातक अगर कोइ चीज है तो वो है बीमारी। हालांकी बीमारीयां कई तरह की होती है और उस में से ज्यादातर में इंसान ठीक भी हो जाता है। किन्तु कुछ बीमारीयां जानलेवा साबित होती है जिस में से एक बीमारी है कैंसर।
वैसे कैंसर कई तरह के होते है। कुछ तरह के कैंसर में दवाईयां और विविध थेरापी कारगत साबित होती है और कुछ में नही। इसी उलझन के चलते ये जानना अति आवश्यक हो जाता है की कैंसर के कीस तरह में इंसान बच जाता है।
कैंसर जो आज कल एक आम बीमारी की तरह विश्व भर में फैल गया है| इस जानलेवा बीमारी से कई लोगों के घर के चिराग बुज गए हैं और जो लोग इस बीमारी का इलाज कराने में सफल हुए हैं वो कर्ज के कारण जीते जी ही मर गए हैं| आइये आज हम आपको बतायेंगे कि कान में कैंसर होने के क्या कारण हो सकते हैं:-
सौजन्य: एक्सप्रेस .को. यूके
कान में होने वाला कैंसर, कान के भीतर व बाहर एक ट्यूमर की तरह होता है| वैसे इस के शुरुआती दौर में किसीको पता नही चलता पर जैसे जैसे ये फ़ैलता है, उसका उपचार जरुरी होने पर ही ज्यादातर लोगो को पता चलता है की उन्हें कान का कैंसर है। कान के कैंसर की वजह जानने से भी कईलोग इस बीमारी से बच सकते है। तो आइये जानते है कान के कैंसर की कुछ वजहें।
सौजन्य: हेल्थलाइन.कॉम
संक्रमण:
कान में कैंसर होने का एक मुख्य कारण है इन्फेक्शन का होना| कुछ कारणों से कान में छोटी मोटे दर्द के चलते लोग तरह तरह के नुस्खे अपनाते है| भविष्य में वह एक संक्रमण का रूप ले लेता है जिसे से कान में कैंसर की समस्या उत्पन्न होती है| इसीके चलते लोगो को कोइ भी घरेलु नुस्खा कान के उपचार के लिये ना करने की सलाह दी जाती है।
ईयरड्रम में खराबी
कान में एक ईयरड्रम नामक कोशिका होती है, उसमे समस्या आने के कारण कान से पानी या खून जैसा पदार्थ निकलने लगता है| जिससे कान में खुजली या हल्का दर्द होने लगता है| ऐसा होने पर एक बार विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें|
सुनने में कमी आना:
अगर मरीज को पहले की अपेक्षा अब सुनने में कमी आ रही है तो यह भी कान में कैंसर होने का एक कारण है| इस मामले में मरीज को अक्सर चक्कर आना या सिर में अधिक दर्द होने की शिकायत होने लगती है|
उम्र का बढ़ना:
कान के कैंसर होने के मामले बहुत कम सुनने में आते हैं| जिसका एक कारण है कि यह कैंसर अधिक उम्र वाले लोगों में देखने को मिलता है| कान में कैंसर के अधिकतर मरीज साठ या उससे अधिक उम्र वाले लोग होते हैं| बढ़ती उम्र के साथ यह बीमारी जन्म लेती है|
साफ सफाई में लापरवाही:
कान में कैंसर होने का एक कारण यह भी है कि कई लोग अपने कान की अच्छे से साफ़ सफाई नहीं करते जिससे कान में मैल की परत जमा होने लगती है और भविष्य में वह परत एक पत्थर का रूप ले लेती है| अंत में कान का रास्ता बंद हो जाता है और रोगी के कान में दर्द होने लगता है और ऊँचा भी सुनाई देने लगता है|
नुकीली चीज से खुजलाना:
कान में खुजली होने से कई लोग कान में नुकीली चीज डालकर खुजालते है। इस वक्त उन को ये पता नही होता है की जो चीज वो डाल रहे है वो संक्रमित भी हो सकती है। इस कारण से मरीज खुद कैंसर को बुलावा देता है| कई लोग व्यर्थ बैठे कान को किसी भी नुकीली चीज से खुजलाने लगते हैं, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा अधिक बढ़ जाता है व परिणामस्वरूप मरीज को कैंसर की बीमारी का सामना करना पड़ता है|