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देश भर की 4 लोकसभा और 11 विधानसभा की सीटों के रिजल्ट हमारे सामने आ चुके हैं जिससे यह साफ अंदाजा हो रहा है कि कहीं ना कहीं जनता के बीच में भारतीय जनता पार्टी का असर धीरे-धीरे खत्म हो रहा है।
यूपी, महाराष्ट्र ,पंजाब, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के उपचुनाव के रिजल्ट हमारे सामने आ चुके हैं । इन सारे राज्यों में होने वाले उपचुनाव में BJP को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है जिससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है की जनता काफी हद तक भारतीय जनता पार्टी से नाराज नजर आ रही है और यही वजह है कि उपचुनाव में जनता में भारतीय जनता पार्टी को कम वोट दिया।
आए हुए 15 उपचुनाव में से BJP ने सिर्फ 1 सीट लोकसभा पालघर और एक सीट विधानसभा थराली पर जीत हासिल की है। जबकि कांग्रेस ने विधानसभा की 4 सीटों पर जीत हासिल की है।
एक खबर के मुताबिक उत्तर प्रदेश के कैराना लोकसभा सीट से आरएलडी की तबस्सुम हुसैन ने BJP के उम्मीदवार को अच्छे खासे वोटों से हराया। उत्तर प्रदेश के नूरपुर विधानसभा सीट पर समाजवादी के उम्मीदवार नईमुल हसन ने बीजेपी के उम्मीदवार अवनीश सिंह को हराया।
इसी तरह से बिहार की सियासत को देखा जाए तो जोकीहाट विधानसभा की सीट पर आरजेडी के उम्मीदवार शहनवाज आलम ने जदयू के उम्मीदवार को काफी वोटों से हराया जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि कहीं ना कहीं जनता में नीतीश कुमार को लेकर काफी गुस्सा है और वह गुस्सा इस बात का है उन्होंने जनता के मतों को हासिल करने के बाद BJP के साथ मिलकर सरकार बनाई जबकि जनता का कहना है कि उन्होंने नीतीश और लालू के गठबंधन तो इसीलिए वोट दिया था क्योंकि उन्होंने बीजेपी के खिलाफ जनता से वोट करने को कहा था।
2014 मैं भारतीय जनता पार्टी ने जिस तरह से जनता के दिलों को जीतकर बिना किसी सहारे केंद्र में अपनी सरकार बनाई थी मगर वर्तमान काल के उपचुनाव में जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी की हार हुई है उससे कहीं ना कहीं यह इशारा तो मिलता है कि अगर भारतीय जनता पार्टी ने 2019 में सही तरीके से फील्डिंग नहीं की तो विपक्षी पार्टियों को काफी बेहतरीन मौका मिल जाएगा 2019 के इलेक्शन में बैटिंग करने का।
वही सूत्रों के हिसाब से माने तो कई विपक्षी पार्टियों का एक हो जाना भारतीय जनता पार्टी के लिए काफी नुकसान का पहुंचना है और एक आंकड़े के अनुसार अगर 2019 में तमाम विपक्ष की पार्टियों एकजुट होकर लोकसभा कनेक्शन लड़ती है तो भारतीय जनता पार्टी के लिए 2019 कल लोकसभा इलेक्शन बिल्कुल कांटे की टक्कर की तरह होगा।
चुनाव में जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी को बुरी हार का सामना करना पड़ा उससे बीजेपी के कार्यकर्ताओं में काफी मायूसी देखी जा रही है तो वहीं BJP के हाईकमान भी इस कोशिश में लगे हुए हैं कि आखिर किस वजह से जनता में भारतीय जनता पार्टी का वोट बैंक धीरे-धीरे खत्म हो रहा है।