प्रियंका गांधी वाड्रा ने अब आधिकारिक रूप से राजनीति में प्रवेश किया है। वैसे तो प्रियंका गाँधी राजनीती से दूर ही रही हैं, लेकिन उनका हमेशा उनके समर्थकों और मीडिया में ऊँचा स्थान रहा है | उन्हें यह ऊँचा स्थान शायद उनकी दादी इंदिरा गाँधी के कारण मिला है |
प्रियंका गाँधी का राजनीती में इस तरह आना कांग्रेस पार्टी के लिए एक सम्पूर्ण बदलाव हो सकता है, और मेरे ख़्याल से सिर्फ कांग्रेस पार्टी में ही नहीं बल्कि विपक्ष पार्टी में , केवल यूपी में ही नहीं बल्कि देश भर में, और आने वाले साल 2019 के चुनाव में भी प्रियंका गाँधी का आना एक बड़ा बदलाव हो सकता है |
वैसे प्रियंका गाँधी राजनीती में तब आई हैं जब भाजपा राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ तीन प्रमुख राज्यों में हार का सामना कर रही है | यह भी राजनीती का एक दाव हो सकता है | प्रियंका गाँधी अपने भाई राहुल गाँधी से दो साल छोटी है | खैर जो भी दाव-पेच हो परन्तु राजनीती में उनका आना अपने भाई के लिए एक अच्छा कदम कह सकते हैं |
प्रियंका गांधी वाड्रा के बारे में कुछ मुख्य तथ्य :-
1) प्रियंका गांधी वाड्रा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में स्नातक किया।
2) स्नातक स्तर की पढ़ाई के बाद, उसने 2010 में बौद्ध अध्ययन में MA किया |
3) प्रियंका गाँधी ने अपनी दादी की हत्या के बाद भी अपनी पढ़ाई घर से ही जारी रखी, उन्हें 24 घंटे गार्ड की सुरक्षा के साथ रहना पड़ता था |
4) प्रियंका गाँधी की love marriage है, उसकी शादी रॉबर्ट वाड्रा से 1997 में हुई | इस शादी से उनके परिवार में कोई खुश नहीं था परन्तु प्रियंका गाँधी की जिद्द के आगे सबको मानना पड़ा |
5) प्रियंका गाँधी को पढ़ना, खाना बनाना और फोटग्राफी का बहुत शोक है | उन्हें बच्चों से बहुत प्यार है, इसके चलते उन्होंने राजीव गांधी फाउंडेशन के बेसमेंट में बच्चों के लिए लाइब्रेरी बनवाई |
6 ) शुरू से प्रियंका गाँधी बहुत ही गुस्से वाली हैं, परन्तु अपने गुस्से को नियंत्रित करने के लिए उन्होंने प्रतिदिन 1 घंटा योग करना शुरू किया जिसके चलते उनका गुस्सा कम हुआ |
7 ) जब वो 16 साल के थी तब उन्होंने पहली बार भाषण दिया था |
(Courtesy : Business Today )