महिलाऐ अक्सर अपने स्वस्थ को लेकर समझौता करती है | जानते है क्यों क्योकि उनके पास अपने लिए ही समय नहीं होता | बस घर की सारी जिम्मेदारी महिला पर होती है और उसको लगता है के अगर वो अपने दर्द को देखती रहेगी तो काम कब करेगी | उसको सब काम खुद ही करने होते है | सबकी परेशानी देखना उसको महसूस करना बस इसके सिवा कुछ नहीं | जहा अपनी बात आती है वो ये कहती रह जाती है "मे ठीक हूँ " क्योकि वो अपनी तकलीफ से औरो को परेशान नहीं करना चाहती |
वैसे देखा जाए तो सभी महिलाऐ ऐसी नहीं होती कुछ होती है जो अपना अधिक ध्यान रखती है | और ऐसी महिलाऐ बीमार कम पड़ती है | और वो अपने खाने का भो ध्यान रखती है | और सभी को ऐसा ही करना चाहिए | ये नहीं सोचना चाहिए के अगर वो अपने दर्द मे रहेंगे तो काम कैसे होगा ,जबकि उनको तो अपना और ध्यान रखना चाहिए क्योकि जब वो स्वस्थ नहीं होंगी तो उनके घर वालो का ध्यान कौन रखेगा |
कुछ बाते जो महिलाऐ अक्सर नज़र अंदाज़ करती है :-
-अगर आपके हाथो मे कंम्पन होती है तो इस बात का मतलब ये है के आपके गर्दन की कोई नस दब गए है या गठिया की समस्या भी कह सकते है | ये परेशानी ह्रदय को नुक्सान पंहुचा सकती है |
-यदि आपको दिल से संबंधित लक्षणों मे जैसे सांस की तकलीफ, छाती या पीठ में ठंडा पसीना आना दर्द इन सब के साथ पेट की तकलीफ है, तो यह सिर्फ मामूली पेट खराब होने की समस्या नहीं, बल्कि उससे कुछ ज्यादा है।
-यदि आपको सांस लेने मे किसी प्रकार की समस्या हो रही हो तो इसको साधारण न ले सीधा चिकित्सक से संपर्क करे | आपका खुद पर ध्यान न देना आपके लिए जान लेवा साबित हो सकता है |
-यदि आपको जबड़े में दर्द है तो इसका मतलब है कि आपको हार्ट अटैक आया है, ऐसा इसलिए क्योंकि इसके पास मौजूद नसें आपके हृदय से निकलती हैं। यदि दर्द लगातार बना रहे तो आपको दांतों की परेशानी है, हालांकि यदि दर्द थोड़ी-थोड़ी देर में होता है तथा थक जाने पर यह दर्द बढ़ जाता है तो यह दिल से संबंधित हो सकता है।