| पोस्ट किया
स्त्री को सृजन की शक्ति माना जाता है अर्थात स्त्री से ही मानव जाति का अस्तित्व माना गया है। इस सृजन की शक्ति को विकसित-परिष्कृति कर उसे सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक न्याय, विचार, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, अवसर की समानता का सु-अवसर प्रदान करना ही नारी सशक्तिकरण का आशय है।
महिला सशक्तिकरण का अर्थ महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार लाना है। ताकि उन्हें रोजगार, शिक्षा, आर्
टॉप पोस्ट
अभिनेता पंकज त्रिपाठी की जीवन गाथा
अगर आपकी राशि में मंगल है तो इसका अर्थ
ज्योतिष के अनुसार आपके जूते-चप्पल आपके जीवन को प्रभावित करते हैं
नवग्रहों की परेशानियों से बचने के कुछ खास और सरल उपाय
किडनी कैंसर और वजहे
अच्छे और प्रभावी उपचार जो रखें आपकी सेहत और सुंदरता का ख्याल
दोस्त ने निभाई ऐसी दोस्ती कि सब हैरान रह गए
विदाई के समय भारतीय दुल्हनों का रोना क्यों जरुरी क्यों होता है
ऑफिस में अगर आपका बॉस कड़क हो तो क्या करना चाहिए….
पुलवामा आतंकी हमले के बारें में मोदी सरकार का क्या जवाब है