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हर युग में धन दौलत की आवश्यकता हर इंसान को होती रही है। धन दौलत को पाने के लिए कई बड़े-बड़े युद्ध इतिहास के झरोखे में आप देख सकते हैं। दोस्तों हम बात कर रहे हैं। 9 तरह के ऐसे धन-दौलत के बारे में जिसे अगर कोई पा जाए तो 7 पीढ़ियों तक उसे धन की कमी नहीं होती है। आप बड़े बड़े बिजनेसमैन को देखते हैं, उनके पास कितना पैसा होता है, जैसे नवनिधि यानी 9 प्रकार का धन उन्हें प्राप्त हो गया है।
अब आपका मन इन नौ प्रकार के निधि यानी की धन-दौलत के बारे में जानने का कर रहा होगा। आपको बता दे कि नव निधि के बारे में बताया जा रहा है, वह पैसे कमाने का तरीका क्या है। यह धार्मिक ग्रंथों आदि में बताया गया है। उस आधार पर यहां कैटेगरी बताई गई है, जो 9 तरह की होती है। इसके अपने-अपने लक्षण होते हैं, आइए इसके बारे में जानना दिलचस्प होगा।
आपको बता दें कि हमारे धार्मिक ग्रंथों में नव निधि का जिक्र किया गया है। नव निधियों के बारे में सरल ढंग से जानकारी हम एक-एक करके यहां नीचे दे रहे हैं।
धार्मिक ग्रंथों में वर्णन किए गए नव-निधि की सूची निम्नलिखित है और उनके बारे में सरल ढंग से जानकारी
पद्म निधि :
इस तरह का रुपया पैसा धन दौलत ऐसे इंसान के पास होता है जो सच्चाई के मार्ग पर होता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार सात्विक इंसान के द्वारा कमाया गया धन पद्म कई पीढ़ियों तक धन अन्न आदि की कमी ऐसे लोगों को नहीं होती है। प्रतिनिधि कमाना बहुत मुश्किल भरा होता है। इस निधि को कमाने वाले व्यक्ति दान करने वाले स्वभाव के होते हैं।
महापद्म निधि :
यह भी सात्विक निधि होती है। इसका प्रभाव केवल 7 जनरेशन तक होता है। यानी धन दौलत की कमी सात पीढ़ियों तक नहीं होती है। इस तरह की निधि को कमाने के लिए पद्म विद्या की जरूरत होती है। इसको कमाने वाले इंसान दानी स्वभाव के होते हैं।
नील निधि
नीम निधि बिजनेस से अर्जित किया हुआ धन होता है। व्यापारी लोगों का धन नील निधि कहलाता है। यह धन का प्रभाव केवल तीन पीढ़ियों तक ही होता है। इस तरह के धन कमाने वाले व्यक्तियों में राजसिक और सात्विक दोनों गुण पाए जाते हैं।
मुकुंद निधि :
इस तरह का धन कमाने वाले व्यक्ति का लक्षण रजोगुण वाला होता है। आज के समय के बिजनेसमैन जो अपने धन को बढ़ाते हुए जाते हैं वह इसी गुण के अंतर्गत आते हैं। इस तरह के धन कमाने वाले व्यक्ति का मन भोग विलास में लगा रहता है इसलिए मुकुंद निधि का प्रभाव एक तू ही से ज्यादा नहीं चलता है। इसे
नन्द निधि :
दोस्तों राजस व तामस दोनों गुण इसमें पाया जाता है। इस तरह का धन पाने वाले व्यक्ति को लंबी आयु और तरक्की देता है। अपनी तारीफ में ही ऐसे लोग मगन रहते हैं।
मकर निधि
दोस्तों मकर निधि एक तामसी प्रवृत्ति का धन है। यानी लोग भोग विलास में लगे रहते हैं। इस तरीके से पैसा कमाने वाले इंसान की सोचने का ढंग केवल अस्त्र-शस्त्र बंदूक वगैरह खरीदने और संग्रह करने वाला होता है। दोस्तों ऐसा इंसान जिसके पास इस तरह का धन होता है, पॉलिटिक्स व राज्य के शासन में अपनी रुचि रखता है। शास्त्रों में बताया गया कि ऐसे लोगों की मृत्यु अस्त्र-शस्त्र या दुर्घटना तो होती है।
कच्छप निधि :
शुद्ध रूप से तामस लक्षण वाली निधि होता है। इस विधि से पैसा कमाने वाले इंसान अपने धन को छुपा कर रखता है और अपने जीवन में ना इसका उपयोग कर पाता है ना किसी और को उपयोग करने देता है।
शंख निधि
इस तरह का धन कमाने वाला इंसान सबसे ज्यादा चिंतित रहता है और खुद ही खर्च करने और करने के लिए लालायित रहता है।
शंख निधि के तरीके से पैसा कमाने वाले इंसान सजीवन चिंता में गुजरता है। अपने पर खर्च करने पर विश्वास रखते हैं। इस कारण से इनका परिवार गरीबी में जीवन जीता है
खर्व निधि
यह मिलाजुला निधि होता है, आठ प्रकार के जो निधि ऊपर बताए गए हैं निधि का मिलाजुला प्रभाव पैसा कमाने के गुण के रूप में उस साधक में पाया जाता है। यह किस तरह से पैसा कमाएंगे बारे में बता पाना मुश्किल होता है। ऐसे एक प्रवृत्ति के लोग दूसरे का धन और सुख मौका पाने पर छीन लेते हैं।
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