Marketing Manager | पोस्ट किया
क्राइस्ट चर्च में हुए आतंकवादी हमले ने विश्व को फिर से एक बार दहलाकर रखा दिया है। हमला करनेवाले को एक श्वेत ऑस्ट्रेलियाई के तौर पर जाना गया है। उस ने हमले से पहले एक मेनिफेस्टो भी घोषित किया था जिस में डोनाल्ड ट्रम्प को नए श्वेत राष्ट्रवाद का चिह्न करार दिया है। जब यह बात ट्रम्प को पूछी गई तब उन्होने बताया की श्वेत राष्ट्रवाद कोई बड़ा खतरा नहीं है और इस से विश्व को कभी खतरा नहीं होगा।
यह बात तब सामने आई है जब विश्व आतंकवाद पर अपना सिकंजा कस रहा है। इधर थोड़े दिन पहले ही यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में चीन ने अपना वीटो पावर इस्तेमाल कर अजहर मसूद को इंटरनेशनल आतंकी घोषित करने पर रोक लगाईं है। जो आतंकी ने न्यूजीलैंड में हमला किया वो श्वेत राष्ट्रवाद को मानता था और इसीलिए उसने ऐसा कदम उठाया जो की आज समस्त विश्व के लिए एक चेतावनी बन चुका है।
इमीग्रेशन पॉलिसी और कंट्री फर्स्ट के प्रणेता डोनाल्ड ट्रम्प को इस आतंकी ने फिर से एक बार कटघरेमें खड़ा कर दिया है। उन का श्वेत राष्ट्रवाद कैसा रूप ले सकता है यह शायद अभी भी अमरीकी प्रमुख को मालुम नहीं जो की बड़े दुःख की बात है। रंगभेद पहले भी एक समस्या के तौर पर देखा जा चुका है और इस हमले ने फिर से एकबार विश्व को रंग और धर्म भेद की दहलीज को दिखाया है जिससे आनेवाले दिनों में ऐसी और घटनाए भी देखने को मिल सकती है।
(Courtesy : wbur )
0 टिप्पणी