भारतीय राजनीति में काफी सारे नेता ऐसे भी है जो की कोई भी सबजेकट पर बोल भी सकते है और प्रवचन भी दे सकते है। यशवंत सिन्हा, अटलबिहारी वाजपेयी, नरसिंहा राव, प्रणब मुखर्जी जैसे नेता काफी विद्वान और हाजिरजवाबी माने जाते थे। अटलजी तो एक जाने माने कवी भी थे और इसीलिए काफी उदहारण ऐसे है जहां उनकी हाजिरजवाबी छवि उजागर हुई है।
1 - पाकिस्तान के किसी मंत्री ने कहा की कश्मीर के बिना पाकिस्तान अधूरा है तो उस के जवाब में अटलजी ने फ़ौरन कहा था की पाकिस्तान के बिना हिंदुस्तान भी अधूरा है।
2 - जब रामविलास पासवान ने अपने नाम में राम होने की बात कही और भाजपा को खरी खोटी सुनाई तो अटलजी ने जवाब में बोला था की हराम में भी राम होता है।
3 - ऐसे ही एक वाकये में जब किसी ने कहा की एक हाथ से ताली नहीं बजती तो अटलजी का जवाब था ताली न सही चुटकी तो बज ही सकती है।
4 - आजकल वैसे भी में चौकीदार हूँ और चौकीदार ही चोर है काफी सुनाई दे रहा है तब राजनीती के कुछ और हाजिरजवाबी के उदाहरण लाजमी है।
5 - नरेंद्र मोदी से भी जब किसीने उन पर कादव उड़ाने की बात कही थी तब उन्होंने कहा था की जितना ज्यादा कादव उड़ाओगे मेरा कमल उतना ज्यादा खिलेगा।
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