हर प्रधानमंत्री पैदा होते ही प्रधानमंत्री नहीं होता उसको प्रधानमंत्री बनने के लिए राजनीति में बहुत लंबा सफर तय करना पड़ता है. सबसे पहले बात करते हैं अरविंद केजरीवाल के उन गुणों की जिसकी वजह से वह दिल्ली में चुनाव जीते हैं अरविंद केजरीवाल जिन्होंने दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में, स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक नई क्रांति सी ला दी हैं. इसी वजह से दिल्ली में अबकी बार भी अरविंद केजरीवाल की सरकार बनी और वह फिर से भारी बहुमत के साथ बनी हैं.
सबसे अहम बात यह है कि अरविंद केजरीवाल एक सामाजिक कार्यकर्ता भी रह चुके हैं और वह इस बात को बखूबी जानते हैं कि आम जनता की सरकार नहीं सुनती हमेशा दिक्कतों का सामना आम जनता को ही करना पड़ता है इसी वजह से अरविंद केजरीवाल खुद मौके पर जाकर हालातों का जायजा लेते हैं. केजरीवाल ने दिल्ली में पानी से लेकर बिजली के बिल को किरायेदारों के लिए माफ कर दिया है. बसों में महिलाओं के लिए सुविधाओं को फ्री कर दिया है.
अब सवाल यह रहा कि क्या अरविंद केजरीवाल प्रधानमंत्री बनने के लायक है या नहीं. अरविंद केजरीवाल में प्रधानमंत्री बनने के सारे गुण दिखाई देते हैं गुण इसलिए दिखाई देते हैं क्योंकि वह आम आदमी के लिए सोचते हैं जो सरकार आम आदमी के लिए सोचती है वह सरकार जनता के लिए भगवान के समान होती हैं.
आम जनता क्या चाहती है वह वही चाहती है जो अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में किया है क्योंकि हर कोई फायदा चाहता है जोकि जनता को फायदा मिलना भी चाहिए अरविंद केजरीवाल जनता के उम्मीदों पर कायम हुए है.
अब सवाल है कि केजरीवाल प्रधानमंत्री बन सकते हैं या नहीं.....अरविंद केजरीवाल प्रधानमंत्री बिल्कुल बन सकते हैं जो नेता देश की राजधानी दिल्ली को बेहतर ढंग से चला सकता है और दिल्ली से लगातार तीन बार चुनाव जीत सकता है तो सोचिए क्या वह प्रधानमंत्री नहीं बन सकता दिल्ली की जनता अधिकतर पढ़ी-लिखी है वहां पर देश की प्रमुख यूनिवर्सिटीज भी स्थापित है. दिल्ली की जनता केजरीवाल को ही भारी बहुमत के साथ जीता रही हैं यानी कि केजरीवाल अच्छा काम कर रहे हैं तभी वह भारी बहुमत के साथ जीत रहे हैं.
मेरा मानना है कि जो मुख्यमंत्री लगातार तीन बार चुनाव जीतकर तीनों बार मुख्यमंत्री बन सकता है तो वह बहुत बेहतर ढंग से देश को चला सकता है और वह प्रधानमंत्री पद के बिल्कुल योग्य भी हैं क्योंकि उनके पास देश की राजधानी चलाने का अच्छा खासा अनुभव भी है जिसने दिल्ली चलाली उसने समझो यह पूरा हिंदुस्तान चला लिया.