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क्या आप मुझे बूझो भैया एक पहेली, जब काटो तब नई नवेली इस पहेली का उत्तर दे सकते हैं यदि नहीं दे सकते हैं तो आज मैं आपको इस पहेली का उत्तर दूंगी इस पहेली का उत्तर बहुत ही अच्छा है। इस पहेली का उत्तर है पेंसिल जी हां दोस्तों जब हम पेंसिल को पहली बार साफ करते हैं तो एकदम नई नवेली होती है इसलिए तो कहते हैं जब काटो तो नई नवेली रहती है। और इस बात से तो आप सभी वाकिफ हैं कि पेंसिल हमारे लिखने और पढ़ने के काम में आती है।
और पढ़े- काली काली माँ, लाल लाल बच्चें जहाँ जाये माँ, वहाँ जाये बच्चें?
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यहाँ पर बहुत ही जबरजस्त पहेली पूछी गयी है बूझो भैया एक पहेली, जब काटो तब नई नवेली?तो चलिए हम यहाँ पर बताते है कि इस पहेली का सही मतलब क्या होगा, क्योकि इस पहेली का मतलब बहुत ही कम लोगो को समझ मे आएगा, तो इस पहेली मतलब यह है कि वह पेसिल है, ज़ब हम पेसिल को छिलते है तो अंदर से नई नवेली निकलती है और फिर बाद मे वही पेसिल पुरानी हो जाती है।
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वंदना जी आपकी पहली है कि बूझो भैया एक पहेली जब काटो तब नई नवेली, जी हां बहुत ही अच्छी पहेली है लेकिन हां इसका उत्तर देना थोड़ा मुश्किल है लेकिन फिर भी हम कहीं ना कहीं से इस पहेली का उत्तर ढूंढ लेंगे इतना भी मुश्किल नहीं है क्योंकि किसी भी कार्य को यदि हम मन लगाकर करते हैं तो हमें एक में सफलता अवश्य मिलती है तो चलिए अब हम आपकी पहले का उत्तर बताते हैं
आपकी इस पहेली का सही-सही उत्तर है पेंसिल आपने देखा होगा कि जब पेंसिल नई नई होती है तो बिल्कुल दुल्हन की तरह दिखाई देती है।और जब हम इसे साफ कर लेते हैं तो पुरानी हो जाती है। यानी कि जब साफ करके लिखने लगते हैं तो इसे पुरानी समझा जाता है। अब तो आपको इस पहेली का उत्तर मिल ही गया होगा। इसी तरह रोचक जानकारी के लिए हमें फॉलो करते रहे और हमारे आंसर को लाइक करते रहें।
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