काजू सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। यह पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमे प्रोटीन, जिंक, फाइबर, मैगनीज, कैल्शियम, कॉपर जैसे पोषक तत्व पाए जाते है।
काजू सूखे , हलवे, सब्जियों और सब्जियों की ग्रेवि मे उपयोग किये जाते है।
काजू को भिगो कर सेवन करना अच्छा माना जाता है। यह दिल की बीमारियों से हमारी रक्षा करता है।
प्रतिदिन हमे 5 - 6 काजू का ही सेवन करना चाहिए क्योकि इसमे कैल्शियम की मात्रा होती हैं जो पथरी बनने मे अहम भूमिका निभाता है।
- पथरी के मरीजो को भी काजू का सेवन कम करने की सलाह दी जाती हैं।
- सीमित मात्रा मे काजू का सेवन करने से आँखो की रोशनी बढ़ती है। क्योकि इसमे शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते है जो रेटिना की सुरक्षा कर उसे शक्ति प्रदान करते हैं।
- फाइबर की मात्रा अधिक होने से यह पाचन तंत्र को मजबूत करता है।
- किसी भी सुखे मेवो का सेवन अधिक करना शरीर के अच्छा नही होता है। एक सीमित मात्रा में ही इनका सेवन किया जाना चाहिए।
- काजू, बादाम, मूंगफली, चुकन्दर, शतावरी, चॉकलेट, सोया उत्पाद जैसे नट्स ऑक्सलेट के भंडार होते है इसलिए पथरी के मरीजो को इनका सेवन करने से बचना चाहिए।
- पथरी अधिकतर 85 % कैल्शियम की होती हैं । जो हमारे दैनिक जीवन के खान पान पर निर्भर करता है।
- यदि पथरी जैसी बीमारी से बचना चाहते है तो हेल्थी खाना खाने की आदत डाले। और सीमित मात्रा में फलो, सब्जियों और सूखे मेवो का सेवन करे।
- पानी सबसे अहम भूमिका निभाता है तो पानी की मात्रा बढ़ाये। अधिक से अधिक पानी पिये। पानी से यूरिन डायलूट होता है। मूत्र के मार्ग से पथरी टुकड़ो मे बाहर निकल जाती हैं।
- अपने शरीर को हमेशा हाइड्रेट रखे। शरीर मे पानी की मात्रा बराबर होने से शरीर मे किस्टलीय जमाव नही होता है। जिससे पथरी का खतरा बहुत कम हो जाता हैं ।


