ज्योतिषामयनं चक्षु: इसका मतलब है ज्योतिष "वेद पुरुष" का 6 वां हिस्सा है जो वेद मंत्र का जप करने और अन्य सभी अनुष्ठानों का प्रदर्शन करने के लिए सही समय (महुर्त) देखने में मदद करता है।
ज्योतिषामयनं चक्षु: इसका मतलब है ज्योतिष "वेद पुरुष" का 6 वां हिस्सा है जो वेद मंत्र का जप करने और अन्य सभी अनुष्ठानों का प्रदर्शन करने के लिए सही समय (महुर्त) देखने में मदद करता है।
हमारे जीवन मे ज्योतिष का बहुत ही उपयोगी माना जाता है, क्योकि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ही हम सभी लोग आपने भविष्य की जानकारियां प्राप्त कर सकते है, यदि किसी व्यक्ति की कुंडली मे दोष होता है उसकी कुंडली के दोष निवारण के लिए ज्योतिष ही उपाय निकालते है।
इसके अलावा किसी व्यक्ति की कुंडली मे मंग़ालिक दोष होता है जिसके कारण उस व्यक्ति की शादी नहीं होती है तो उसकी कुंडली से मंग़ालिक दोष का निवारण ज्योतिष शास्त्र ही करता है तब जाकर उस व्यक्ति की कुंडली से मंग़ालिक दोष दूर होता है।Loading image...
आज हम इस आर्टिकल पर चर्चा करेंगे कि हमारे जीवन में ज्योतिष का क्या महत्व है तो मैं आपको बता दूं कि हमारे जीवन में ज्योतिष का बहुत ही ज्यादा महत्व है क्योंकि आज के समय में यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में कोई दोष आता है तो हम ज्योतिष के पास जाकर अपनी कुंडली की दोष को हटवाने के लिए ज्योतिष की सहायता लेते हैं जिसके द्वारा हमारे कुंडली से जितने भी दोस्त होंगे ज्योतिष हमें उसे दूर करने के उपाय बताते हैं ज्योतिष शास्त्र का आज हमारे जीवन में बहुत ही उपयोग है क्योंकि यदि किसी व्यक्ति की शादी नहीं होती है तो हम ज्योतिष से जाकर इसका हल पूछते हैं और हमें हल प्राप्त हो जाता है।
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