आज की युवा पीढ़ी तेज़ तर्रार है, इनोवेटिव है और एडवेंचर लविंग भी. फुर्सत के पलों में उन्हें सिर्फ आराम करना नहीं, एक्सप्लोर करना पसंद है. उन्हें आकर्षित करने के लिए ट्रैवल इंडस्ट्री ने कुछ नए कॉन्सेप्ट्स बनाये है:
1. हनीटियरिंग
हनीमून और वॉलेंटियरिंग के मेल से बना है रोमांस और ऐड्वेंचर का परफेक्ट कॉम्बिनेशन हनीटियरिंग. ऐसे कम ही शादी-शुदा जोड़े होंगे जो पहाड़ों पर, समुद्र किनारे या किसी खास लोकेशन पर हनीमून नाम की छुट्टी बिता रहे हैं, अब चलन बदल रहा है. हनीटियरिंग का कॉन्सेप्ट अमेरिका की देन है. इसके तहत शादी शुदा जोड़े किसी लोकेशन पर जाकर वहां किसी सामाजिक काम में हाथ बंटाते हैं.
2. पॉशटल
पॉश और हॉस्टल को जोड़कर बना है पॉशटल. एक ऐसा हॉस्टल जो ट्रेडिशनल भी है और लग्जरी से लैस भी. कम टैरिफ की वजह से ऐसे हॉस्टल युवाओं और बिज़नेस ट्रैवलर्स के बीच पॉपुलर हैं.
3. ऑलवेज़ ऑफ ट्रैवलर
'ऑलवेज़ ऑफ ट्रैवलर' की नाम उन्हें दिया जाता है जो ट्रिप के दौरान खुद को डिजिटल दुनिया से अनप्लग कर लेते हैं और फुर्सत के पलों के जी भर के लुत्फ उठाते हैं. ये वो लोग हैं इन्हें ट्रिप की हर अपडेट फेसबुक पर पोस्ट करने की ज़रूरत महसूस नहीं होती.
4. ब्लीज़र
बिज़नेस और लीज़र को जोड़कर बना है ब्लीज़र. इनदिनों बड़ी कंपनियां क्लाइंट्स को लुभाने के लिए खास लोकेशंस पर बिजनेस मीटिंग्स आयोजित करती हैं. यह उन्हें प्रभावित करने का एक ज़रिया भी है और इसी बहाने अपने कर्मियों को रिचार्च करने का मौका भी मिलत हैं|
5. फ्लैश पैकर्स
फ्लैश पैकर्स का मतलब यह बिलकुल नहीं हैं कि जो ट्रिप के दौरान हॉस्टल में ठहरते हैं और अपना खाना खुद बनाते हैं. बल्कि ये वो ट्रैवलर्स हैं जो बैकपैक लेकर तो घूमते हैं लेकिन लग्जरी होटल में ठहरना ही पसंद करते हैं. इनके सामान में आपको महंगे गैजेट्स और भारी बजट देखने को ज़रूर मिलेगा.