पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में बीते दिन, 4 सितम्बर को माझेरहाट पुल गिरने से हुआ बढ़ा हादसा | यह पुल अचानक से पूरा का पूरा ढह गया जिसके नीचे दबने से अबतक एक व्यक्ति की मौत और 20 घायल बताये जा रहें है | पश्चिम बंगाल की मुख्या मंत्री ममता बनर्जी ने इस हादसे पर कहा की "बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है, जल्द से जल्द इस त्रासदी के होने का कारण पता किया जायगा और जरुरी जांच पड़ताल की जायगी" |
5 वर्षो के अंतराल में यह तीसरा ब्रिज है जो पश्चिम बंगाल में गिरा है | साल 2016 में ही गिरीश पार्क के पास एक बड़ा पल गिर गया था जिसमे करीबन 25 लोगो की मृत्यु हुई थी और अनेक लोग घायल हुए थे | इस बार पुल के नीचे अभी तक 1 व्यक्ति की मृत्यु और 20 घायल बताये जा रहें है जिसपर राज्य द्वारा मरने वालों को 1 लाख और घायलों को 50 हज़ार रुपया की राशि देने की घोषणा की गयी है | pm नरेंद्र मोदी ने भी इस दुर्घटना पर शोक प्रकट करते हुए tweet किया " कोलकाता में पुल का एक हिस्सा गिरना एक अत्यधिक दुर्भाग्यपूर्ण है, मेरी संवेदनाये पीड़ितों के परिवारों के साथ है और में कामना करता हूँ कि वह जल्द से जल्द ठीक हो जाए |
पुल के गिरने के पीछे संभवतः कारण
पुल के गिरने के पीछे बहुत सी बातों की आशंका है, जिसमे सर्वप्रथम तो यह है की सरकारी अधिकारीयों द्वारा पुल की मरम्मत के लिए इस्तेमाल के लिए मिले पैसो का अपने निजी कामो में प्रयोग किया गया | ये भ्रष्टाचार का ही परिणाम हो सकता है जिसके चलते पश्चिम बंगाल में दो वर्ष के अंतराल में 2 पुल तहस नहस हो गए |
एक और संभवतः कारण यह भी हो सकता है की माझेरहाट का पुल कई सालो पुराना था, जिसपर अक्सर भरी भीड़ होती थी | अक्सर लोग जल्दी में होते थे तो इस पुल से गुजरने से कतराते थे | कोलकाता में हुई लगातार बारिश से पुल के केंद्र कमज़ोर पड़ने को पुल गिरना का कारण बताया जा रहा है |
पिछले कुछ दिनों से PWD के दफ्तरों में पुल को लेकर शिकायतें भी दर्ज की गयी थी परंतू कुछ महत्वपूर्ण कार्यवाही न करने का नतीजा, आज हम सभी के सामने है |
इस दुर्घटना पर विपक्ष की पार्टिया मौका न छोड़ते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग कर रही है | अब देखना यह है की इस हादसे से कबतक पश्चिम बंगाल उभरेगा और कार्यवाही के रूप में ममता बनर्जी द्वारा क्या कदम उठाये जायँगे |