नमस्कार रिंकी जी ,आपका सवाल प्रधान मंत्री जी की कही बात की सहमति के लिए है | वैसे तो ये बात सही है ,किसी भी घटना में राजनीती को नहीं जोड़ना चाहिए | और खास तौर पर ऐसे संगीन गुनाह के लिए | जिसकी बात पर मोदी जी ने कहा है | रेप तो रेप होता है ,इसके लिए राजनीती की जरूरत नहीं बस आवाज उठाने की जरूरत है वो भी तब तक जब ये समस्या जड़ से खत्म नहीं हो जाती |
लोगो का गुस्सा भी कुछ दिनों का ही होता है ,वो भी तब तक,जब तक उनके पास समय है | और जैसे ही समय का अभाव हुआ तो वो लोग फिर पीछे हो जाते है और फिर एक और नया गुनाह हो जाता है | हम मोदी जी कुछ कहना चाहते है ,बात यहाँ राजनीती की नहीं है पर इतना चाहते है कि क्यों कोई ऐसा कानून नहीं बनाया जाता जिससे ऐसे गुन्हेगारों को डर हो | क्यों ऐसी सजा नहीं है जिसके बारे में सोच कर भी ऐसा गुनाह करने वालो के रोंगटे खड़े हो जाए |
और देशो कि सजा में और भारत देश कि सजा में फर्क है | जैसे -
फ्रांस :- फ्रांस में रेप की सजा है कैद। 15 साल कि कैद |
ग्रीस :- इस जुर्म में अपराधी को कैद की सजी दी जाती है। हालांकि कैद में भी अपराधी को जानवरों की तरह बेड़ियों में बांध कर रखा जाता है।
चीन :- रेप की सजा में कई लोगों को मौत के घाट उतारा जा चुका है।
अफगानिस्तान :- अफगानिस्तान में बलात्कारी के लिए सीधे मौत की सजा ही है।
भारत :-
प्रदर्शन
धर्ना
जांच आयोग
समझौता
रिश्वत
लडकी की आलोचना
मिडिया ट्रायल
राजनीतिकरन
जातिकरन
जमानत
सालो बाद चार्जशिट
सालो तक मुकदमा
अपमान एवं जिल्लत
और
अंत मे दोषी का बच निकलना