जैसा कि आपको पहले भी बताया हैं, ग्रहों के बारें में | सभी की कुंडली में इन ग्रहों का बहुत महत्व हैं | आज आप शुक्र ग्रह के प्रभाव के बारें में जानना चाहते हैं | तो हम आपको शुक्र ग्रह के प्रभाव के बारें में बताते हैं | किसी भी ग्रह के 12 भाव होते हैं, और हर भाव में ग्रह की स्थिति और प्रभाव अलग होती हैं |
शुक्र ग्रह के प्रभाव :-
- यदि शुक्र ग्रह कुंडली के प्रथम चरण में होता हैं, तो ऐसे व्यक्ति बहुत लंबी उम्र वाले होते हैं, उनका शरीर बहुत ही सुंदर होता है,ऐसे व्यक्ति स्वस्थ और सुखी होते हैं |
- अगर शुक्र ग्रह कुंडली के दूसरे स्थान पर विराजमान होता है, तो इसे लोग बहुत ही बुद्धिमान होते हैं, और अगर किसी स्त्री की कुंडली में शुक्र दूसरे भाव में विराजमान होता हैं तो ऐसी महिला सर्वश्रेष्ठ सुंदरी का पद प्राप्त करती हैं |
- शुक्र ग्रह का तीसरा भाव कुंडली में आलसी बनता हैं | ऐसे व्यक्ति को किसी से अधिक प्रेम नहीं होता |
- जिसकी कुंडली के चौथे भाव में शुक्र ग्रह होता हैं, ऐसा व्यक्ति उच्च पद प्राप्त करता हैं, और ऐसे व्यक्ति के मित्र अच्छे होते हैं |
- अगर कुंडली के पांचवे भाव में शुक्र होता हैं, तो यह बहुत ही शत्रुनाशक होता हैं, परन्तु ऐसे लोगों को कम परिश्रम में अधिक लाभ मिलता हैं |
- जिसके कुंडली में शुक्र ग्रह छटवें स्थान पर होता हैं, ऐसी लोगो के हर रोज नए-नए शत्रु बनते रहते हैं |
- शुक्र ग्रह का सातवें स्थान पर आगमन एक खूबसूरत और समझदार जीवनसाथी प्रदान करता हैं |
- कुंडली में आठवें स्थान पर शुक्र का आना मनुष्य को हर चीज़ों से परिपूर्ण करता हैं | ऐसे व्यक्ति के जीवन में धन संपत्ति की कोई कमी नहीं होती |
- नवमें स्थान पर शुक्र परिवार से परिपूर्ण रखता हैं | ऐसे लोगो को सभी अपनों का साथ मिलता हैं |
- जिनकी कुंडली में शुक्र ग्रह दसवें स्थान पर होता हैं, ऐसे लोग बहुत ही लोभी होते हैं और उन्हें संतान सुख हम मिलता हैं |
- कुंडली में ग्यारवें स्थान पर शुक्र का आना हर काम में प्रसिद्धि दिलाता हैं |
- अगर कुंडली के बारवें भाव में शुक्र हैं, तो ऐसा व्यक्ति किसी चीज़ की कोई कमी नहीं होती |