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रात के समय श्मशान घाट में सोने से आपको असाधारण अनुभव हो सकता है क्योंकि यह एक अजीब माहौल होता है। यदि आप श्मशान घाट के निकट सो जाते हैं, तो इससे आपको दो तरह की समस्याएं हो सकती हैं।
पहली बात, श्मशान घाट में रहने वाले वहां के रहने वाले कुछ लोगों से बातचीत कर सकते हैं जो अपने परिजनों का अंतिम संस्कार कर रहे होंगे। लेकिन, आपको यह समझना चाहिए कि श्मशान घाट में रहने वालों की कुछ अजीब स्वभाव हो सकते हैं।
दूसरी बात, आपको स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं क्योंकि श्मशान घाट में बहुत सारी बीमारियां हो सकती हैं और इससे आपको संक्रमण का खतरा हो सकता है। इसके अलावा, श्मशान घाट में आपको कुछ सामग्री या वस्तुएं मिल सकती हैं जो आपके लिए हानिकारक हो सकती हैं।
इसलिए, श्मशान घाट में सोने से बेहतर है कि आप अपने घर जाकर सोएं। यदि आपको जरूरत है तो आप किसी निकटवर्ती होटल या धर्मशाला में भी रुक सकते हैं।
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जैसा कि आप सभी जानते हैं कि शमशान घाट को शवों के दाह संस्कार के लिए बनाया गया है ऐसे में यदि कोई व्यक्ति रात के समय श्मशान घाट में सो जाए तो क्या होगा शायद आपको मालूम नहीं होगा चलिए हम आपको बताते हैं। यदि कोई व्यक्ति रात के समय गलती से भी श्मशान घाट में सो जाए तो ऐसे में उसको बहुत सी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं क्योंकि श्मशान घाट में बहुत सी बीमारियां हो सकती हैं आपको संक्रमण होने का भी खतरा हो सकता है। इसके अलावा आप वहां का वातावरण देखकर भयभीत भी हो सकते हैं।
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रात के समय यदि एक आम इंसान श्मशान घाट में सो जाए तो उसके शरीर मे बुरी शक्तियां प्रवेश कर सकती है, क्योकि श्मशान घाट में भूत प्रेत निवास करते है। यदि कोई आम इंसान श्मशान घाट में सो जाये जाकर तो उसको भूत प्रेत परेशान करने लगते है, उसका जीवन तहस -नहस हो जाता है, इसलिए आम इंसान क़ो कभी भी गलती से श्मशान घाट में नहीं सोना चाहिए।
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बहुत ही अच्छा सवाल किया है आपने कि यदि रात के समय कोई व्यक्ति गलती से शमशान घाट में सो जाता है तो उसके साथ क्या होगा तो चलिए हम आपको बताते हैं कि यदि कोई व्यक्ति गलती से रात के शमशान घाट में प्रवेश भी कर जाता है तो उसके अंदर बुरी आत्माओं का प्रवेश हो जाता है और उस व्यक्ति का वहां से जीवित बचकर वापस आ आना बहुत ही मुश्किल होता है, इसलिए कभी भी गलती से भी रात के समय शमशान घाट नहीं जाना चाहिए केवल रात को ही नहीं बल्कि दिन के समय भी शमशान घाट में अकेले नहीं घूमना चाहिए, इसके अलावा वैज्ञानिकों का मानना है कि यदि कोई व्यक्ति शमशान घाट जाता है तो उसके अंदर बहुत सी बीमारियां आ जाती हैं क्योंकि वहां पर बहुत से बीमार लोगों की आग दी जाती है।
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हिंदू धर्म में अंतिम संस्कार प्राय: नदी के किनारे ही किए जाते हैं। इन स्थानों को श्मशान घाट में शवों को लाकर उनका दाह संस्कार या अंतिम संस्कार किया जाता है।हिंदू शास्त्रों के अनुसार दिन हो चाहे रात किसी भी इंसान को शमशान घाट पर नहीं घूमना चाहिए।रात के समय में बुरी आत्माएं सक्रिय हो जाती हैं।और मानव इन बुरी आत्माओ से या नकारात्मक शक्तियों से लड़ने में सक्षम नहीं होता हैं।हिंदू शास्त्रों के अनुसार रात को नकारात्मक शक्तियां अधिक प्रभावित होती हैं। यह नकारात्मक शक्तियां मानसिक रूप से कमजोर किसी भी व्यक्ति को तुरंत अपने प्रभाव में ले लेती हैं। यदि कोई व्यक्ति भावनात्मक रूप से कमजोर हो और नकारात्मक सोच से गिरा हुआ हो तो संभावना और भी बढ़ जाती है। जब कोई व्यक्ति इन नकारात्मक शक्तियों के अभाव में आ जाता है तो उसका खुद पर काबू नहीं रहता वह उन शक्तियों के बस में आ जाता है।इसीलिए कहा गया है। कि रात में किसी भी व्यक्ति को शमशान घाट मैं नहीं जाना चाहिए या उसके पास से नहीं गुजरा चाहिए।
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