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अनंत चतुर्दशी 2024 मे 16 सितंबर को है। अनंत चतुर्दशी 2024 मे पूजा का मुहूर्त सुबह 6बजे से शाम को 6:49 मिनट तक पूजा कर सकते है।
अनंत चतुर्दशी को गणेश चतुर्शी के नाम से जाना जाता है। गणेश चतुर्शी का त्यौहार देश भर मे धूम -धाम के साथ मनाया जाता है, यह त्यौहार 11दिन तक चलने वाला त्यौहार होता है। महाराष्ट्र मे गणेश चतुर्थी के पर्व मे भागड़ा, डांडिया किया जाता है,गणेश चतुर्शी के पहले दिन गणेश जी की मूर्ति की स्थापना की जाती है। गणेश जी की मूर्ति को कलश और ज्वारे के साथ स्थापना की जाती है,11दिन तक गणेश जी की पूजा -पाठ पूरी श्रद्धा के साथ किया जाता है। पूजा -पाठ और गणेश जी की आरती करते हुए, गणेश भगवान को भोग मे मोदक का भोग लगाया जाता है क्योंकि गणेश जी को मोदक बहुत ही पसंद होता है। वही 11वें दिन अनंत चतुर्थी के दिन गणेश जी पूजा -पाठ करके भोग लगाकर गणेश जी को विदा किया जाता है।
अनंत चतुर्दशी के दिन सभी भक्त व्रत रखते हैं। साथ ही विवाहित महिलाएं अपने पति की लम्बी उम्र के लिए अनंत चतुर्दशी का व्रत रखती हैं, जबकि अन्य व्रत भी महिलाये अपने पति के लम्बी उम्र के लिए रखते है। वही अनंत चतुर्दशी के दिन ज़ब भक्त व्रत रखते है तो मंदिर मे पंडित द्वारा भक्त की कलाई मे पवित्र धागा बंधा जाता है। इस पवित्र धागे को "अनंत सूत्र" के नाम से जानते है और यहधागा भगवान विष्णु के शाश्वत का बंधन होता है तथा सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है।
धागा लेकर उसमे 14 गांठें बांधी जाती हैं, जो भगवान अनंत का प्रतिनिधित्व माना जाता है और पंचामृत के ऊपर से 5 बार घुमाकर खीरे पर बांध दिया जाता है। इस धागे को रक्षा सूत्र या नज़र सुरक्षा कवच मानकर भक्त के हाथ मे पंडित द्वारा बांध दिया जाता है।
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