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Preetipatelpreetipatel1050@gmail.com | पोस्ट किया
* मैं अपने देश के सभी शिक्षकों से यह अनुरोध करना चाहती हूं कि वह अपने सभी बच्चों को ज्ञान दे और उसके साथ ही उनको एक अच्छा इंसान बनाएं ! हमारे मां-बाप के अलावा दूसरे हमारे टीचर ही होते हैं जो हमें सही मार्गदर्शन देते हैं! क्योंकि, हमारे देश के बच्चों को ज्ञान के साथ-साथ दीक्षा की भी जरूरत होती है ! ताकि वह अपने ज्ञान के साथ-साथ एक अच्छे इंसान भी बन सके और गरीबों की मदद कर सकें! हमारे जीवन में हमारे टीचरों का बहुत योगदान रहता है! इसीलिए हमारे टीचरों को चाहिए कि वह सभी बच्चों को एक समान देखना चाहिए!जो बच्चे पढ़ाई में कमजोर होते हैं उन्हें उन पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए ताकि वह भी अपना उज्जवल भविष्य बना सके!
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मैं एक छात्र होने के नाते हर शिक्षकों से अनुरोध करती हूं कि जब भी कोई शिक्षक क्लास में आते हैं तो उन्हें प्रत्येक बच्चों पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि कुछ बच्चे ऐसे होते हैं जिनको पढ़ने लिखने की रूचि नहीं होती वह अपने घर परिवार वालों की डर से स्कूल आते हैं मगर उनको पढ़ने में रुचि नहीं लगती तो मैं टीचरों से अनुरोध करना चाहती हूं कि उन बच्चों के मन में भी जागरूकता पैदा करें कि वे बच्चे भी पढ़ने लगे। क्योंकि स्कूलों में बच्चों की जनसंख्या अगर 70 होती है तो इसमें से 40 बच्चों की पढ़ने में रुचि लगती है तो 30 बच्चे के पढ़ने में बिल्कुल रुचि नहीं होती है जिसके कारण टीचर अक्सर उन 40 बच्चों को ध्यान देते हैं जिनकी पढ़ने में रुचि होती है लेकिन टीचरों से मेरा अनुरोध है कि वे उन 30 बच्चों को भी ऐसी सीख दे कि वह 40 बच्चों की तुलना करके वे भी पढ़ाई पर अपना मन लगाएं और अपने जीवन में कुछ आगे कर सकें.।
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मै एक छात्र होने के नाते भारत के शिक्षको से यही अनुरोध करता हु कि यदि क्लास मे 100 बच्चो मे से 20 बच्चो का मन पढ़ने मे नहीं लगता है, तो अन्य बच्चो का भविष्य बर्बाद ना करे क्योंकि अक्सर ऐसा होता है कि कुछ बच्चो का मन पढ़ने नहीं लगता है तो टीचर क्लास मे आना पढ़ाना बंद कर देते है, जिस वजह से अन्य बच्चो भविष्य बर्बाद होता है क्योंकि जो बच्चे पढ़ना चाहते है भविष्य कुछ बनना चाहते है उनको मन लगा कर शिक्षकों को पढ़ाना चाहिए,यह शिक्षको कर्तव्य है ताकि वो बच्चे पढ़ लिखकर कुछ बनकर अपने माता -पिता, शिक्षको और अपने देश का नाम रोशन करे।
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मैं एक छात्र हूं और मेरा सभी शिक्षकों से यही अनुरोध है कि जब भी वह क्लास में बच्चों को पढ़ाने आए तो उन्हें सभी बच्चों पर ध्यान देना होगा क्योंकि कुछ बच्चे ऐसे होते हैं जो पढ़ाई में बिल्कुल भी ध्यान नहीं देते हैं और पढ़ने वाले बच्चों को भी पढ़ने नहीं देते हैं उन्हें डिस्टर्ब करते हैं ऐसे में शिक्षकों को बच्चों पर पूरा ध्यान देना चाहिए कि क्लास में अगर 50 बच्चे हैं तो उनमें से कुछ बच्चे पढ़ने वाले होते हैं और कुछ बिल्कुल नहीं पड़ते हैं ऐसे में पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य खराब हो जाता है इसलिए शिक्षकों को शरारती बच्चों को सुधार कर उनके भविष्य को उज्जवल बनाना होगा ।
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