माता के अनेक रूप हैं और सभी की पूजा विधि में कुछ बदलाव होता है परन्तु पूरी तरह यह कहना कि पूजन अलग हो यह पूरी तरह सही नहीं है | वैसे सभी देवी एक ही होती हैं बस इनके रूप अनेक होते हैं | आपको बताते हैं कि कौन सी माता का पूजन कैसे होता है |
लक्ष्मी माता :-
जैसा कि लक्ष्मी माता को धन और संम्पदा की देवी माना जाता है | लक्ष्मी पूजन विधि के बारें में आपको बताते हैं | लक्ष्मी जी के पूजन के लिए कुछ लोग व्रत भी लेते हैं और यह व्रत शुक्रवार के दिन लिए जाता है |
पूजा विधि -
- सबसे पहले जहां पूजा करना है वहां अच्छी तरह सफाई करें उसके बाद आटे और हल्दी से चौक बनाएं | (स्वस्तिक या कोई रंगोली )
- उसके बाद उसके ऊपर लकड़ी की चौकी रखें और उस पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं और उस पर एक कलश रखें और उस कलश में ताम्बे की कटोरी में कोई सोने की चीज़ रखें |
- सामने माता लक्ष्मी की फोटो रखें और उनका पूजन करें |
- हल्दी, कुमकुम, चावल, लाल फूल से पूजन करें और लक्ष्मी जी की पुस्तक में से कहानी पढ़ें और फिर आरती करें |
- मीठे का भोग लगाएं और फिर प्रसाद ग्रहण करें उसके बाद ही भोजन करें |
- 11 शुक्रवार या 21 शुक्रवार इस व्रत और पूजन को करें मनोकामना जरूर पूरी होगी |
(Courtesy : Samachar Jagat )