आय दिन ख़बरों में चुनाव, राजनीती, लोकसभा , राज्यसभा, राफेल डील , शेयर मार्किट , प्रधान मंत्री मोदी , राहुल गाँधी , ट्रिपल तलाक , राम मंदिर बस यही सभी चलता रहता है | मुझे कोई ये बताए कि मानव जीवन वर्तमान समय में क्या यही तक सिमित रह गया है ? इसके सिवा और कुछ नहीं बचा क्या ? यहाँ लोग इतनी तकलीफ में है, परेशान है उन्हें कोई नहीं देखता और न ही उनकी कोई न्यूज़ आती है |
अगर एक दिन कोई न्यूज़ आ भी जाती है, तो हफ्ते भर वही चीज़ चलती है और उस बीच और कितने ही गुनाह हो जाते हैं, कोई ख़बर नहीं | ऐसा क्यों होता है ? इस बात को किसी ने जानने की कोशिश ही नहीं की | इस बात से कोई अनजान नहीं है कि हमारे देश में महिलाएं आज भी सुरक्षित नहीं है | जब महिलाएं सुरक्षित ही नहीं तो ये सरकार किसके लिए है ? क्यों हैं ? क्यों इतने विवाद हो रहे हैं ? कोई इस बात का जवाब दे ?
जेएनएन बरेली के जसोली में उच्च प्राथमिक विद्यालय की महिला अनुदेशक ने अपने विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक के खिलाफ उत्पीडऩ के आरोप लगाया और साथ ही आत्महत्या की धमकी भी दी | इस धमकी से काफी खलबली मच गई और उसके बाद विभाग के अफसर जांच करने स्कूल पहुंच गए।
कहने को यह हमेशा कहा जाता है, कि महिला और पुरुष में कोई फर्क नहीं परन्तु क्या ऐसा संभव है इस देश में | मुझे नहीं लगता ऐसा इस देश में संभव हो पाएगा क्योकिं जब तक इस देश में किसी भी महिला को सामान अधिकार प्राप्त नहीं होगा तब तक इस देश का कुछ नहीं हो सकता |

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