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एक ऐतिहासिक कदम के तौर पर इमरान सरकार ने बडा कदम उठाते हुए पाकिस्तान में स्थित हिंदु मंदिर को राष्ट्रीय एवं ऐतिहासिक धरोहर घोषित किया है जिसने समस्त पाकिस्तान एवं पडोशी देश हिन्दुस्तान में काफ़ी हलचल मचा दी है। पाकिस्तान के खैबर पक्तुन्ख्याह विस्तार में स्थित पंज तिरथ मंदिर को इसी तहज पक्तुन्ख्याह एन्टीक्विटीझ एक्ट २०१६ के मुताबिक ये दरज्जा दिया है। इस खबर से स्थानिक हिंदु एवं अन्य लघुमतीयो की काफ़ी मिलिजुलि प्रतिक्रिया सामने आइ है।
सौजन्य: ट्विटर
पाकिस्तान सरकार ने ये कदम नये साल २०१९ के पहले हफ़्ते मे ३ तारीख को लिया है। ख्यातनाम न्युझ एजंसी पीटीआइ ने भी इस खबर की आर्कियोलोजी और म्युझियम डाइरेक्टोरेट के इस नोटीफ़िकेशन की पुष्टी करते हुए इस बात को समर्थन दिया है।
क्या था नोटीफ़िकेशन?
इस नोटीफ़ीकेशन के तहज पंज तिरथ मंदिर जो की हिंदुओ की आस्था का एक प्रमुख केन्द्र है उस के आसपास के सारे अतिक्रमण को हटाने एवं मंदिर की रक्षा हेतु एक बडी दीवार बनाने का निर्देश दिया है जिससे इस प्राचीन धरोहर को और नुक्सान से बचाया जा सके। नोटीफ़ीकेशन में इस धरोहर को नुक्सान पहुंचानेवाले शख्स के खिलाफ़ पांच साल की केद और २० लाख के जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है। नोटीफ़ीकेशन में ऐसी धरोहर का रीनोवेशन का कार्य भी आर्कियोलोजिस्ट्स को सौंपने की सीफ़ारीश की गई है।
यह प्रसिद्ध मंदिर पांडवो के समय का माना जाता है और ये पांच तालाब के पानी की वजह से स्थानिक हिंदुओ का आस्थाकेन्द्र है।
सौजन्य: गल्फ एशिया न्युझ
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