सामान्य शब्दों में नेट न्यूट्रैलिटी को नेट समानता व तटस्त्था जैसे शब्दों से प्रभाषित किया जाता है , नेट न्यूट्रैलिटी वेबसाइटों के सामान रूप से इस्तेमाल करने के अधिकार से जुड़ा प्रावधान है , नेट न्यूट्रैलिटी का मुद्दा भारत में कुछ वर्षो से चला आ रहा था और अब उसे भारत सरकार द्वारा वैधिक मान्यता दे दी गयी है , TRAI (टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया ) के द्वारा सुझाव दिए जाने पर व महीनो आम जनता से इस विषय पर प्राप्त जनगढ़ना के आधार पर नेट न्यूट्रैलिटी को वैधिकता प्रदान कर दी गयी है |
(courtesy-Ars Technica)
नेट न्यूट्रैलिटी के अनुसार उपभोक्ता किसी भी वेबसाइट पर एक्सेस कर सकता है समान शब्दों में उपभोक्ता को अपने डाटा प्लान के अतिरिक्त किसी अन्य राशि का भुगतान नहीं करना होगा , प्रदाता कंपनी व्यक्ति द्वारा किस साइट का इस्तेमाल हो रहा है नहीं देखेगी बल्कि कितने डाटा का इस्तेमाल किया जा रहा है केवल इसकी जांच करेगी , नेट न्यूट्रैलिटी इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले व्यक्तिओ के लिए किसी वरदान से कम नहीं है ,
नेट न्यूट्रैलिटी के लाभ :
- उपभोक्ता के लिए सभी प्रकार की वेबसाइटों पर एक्सेस करना आसान हो जाएगा
- व्यक्ति के निजी कार्यो पर प्रदाता कंपनीओ की नज़र नहीं रहेगी
- एक ही डाटा पैक का सभी प्रकार की वेबसाइटों में इस्तेमाल
- नेट स्पीड समान रहेगी
- अलग अलग प्रकार के डाटा रीचार्ज से मुक्ति