प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जो उम्मीद थी कि वह फिर से लोगों को भ्रमित करने के लिए कोई नया टोटका दे देंगे.जिस तरह पहले उन्होंने तालियां थालिया और दीए जलाने की बात कही थी मगर अब इससे उलट हो जाता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान कर देते हैं और उन तमाम लोगों की बोलती बंद कर देते हैं जो हमेशा बीजेपी को कोसते रहते हैं.
हर राज्य से लगातार सरकार पर दबाव बन रहा था कि वह जल्द ही राहत पैकेज देने का ऐलान करें,ताकि हर राज्य उस राहत पैकेज का लाभ उठा सकें और अपने राज्य के लोगों के ऊपर लगा सकें. बीच में कई खबरें आ रही थी कि कोई भी राज्य राहत पैकेज की उम्मीद ना रखें. ऐसे समय में नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ के पैकेज के ऐलान किया यह रणनीति बिल्कुल ही सराहनीय योग्य है.
प्रधानमंत्री द्वारा 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज ऐलान करने का अर्थ देश के हर वर्ग किसान, मजदूर, लघु उद्योगों और कामगारों की मदद किया जाएगा. लोगों की तमाम दिक्कतों का निवारण किया जाएगा.
कई देश जापान अमेरिका फ्रांस इटली तमाम देशों ने अपनी जीडीपी का हिस्सा क्रोना वायरस के दौरान खर्च करने के लिए जीडीपी का कुछ अंश लगा दिया है ऐसे में सरकार पर भी लगातार दबाव बन रहा था कि वह भी जल्द ही देश में हो रही लाचारी को खत्म करने के लिए कुछ राहत भरी बात जरूर करें लीजिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर दी.
अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों को सीधे ही ₹15000 मुहैया कराते तो लोगों को और अधिक लाभ होता
अगर भारत की आबादी 133 करोड़ (1,33,00,00,000 - 133 के बाद सात शून्य) मानी जाए, तो इस हिसाब से हर एक के हिस्से में 15,037.60 रुपये आएंगे. अगर आबादी 130 करोड़ (1,30,00,00,000 - 13 के बाद आठ शून्य) मानी जाए, तो इस हिसाब से हर एक के हिस्से में 15,384.60 रुपये आएंगे. हालांकि यह एक बात साफ कर दें कि यह आर्थिक प्रति व्यक्ति के हिसाब से नहीं बांटा जाएगा, ऐसा कोई प्रावधान नहीं है.
