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क्या आप जानते हैं कि हमारे हिंदू धर्म में ऐसा भी होता है कि जब किसी पिता की मृत्यु हो जाती है तो उसके चिता को अग्नि केवल उसका बड़ा पुत्र ही देता है आखिर ऐसा क्यों होता है क्या आपने कभी सोचा है चलिए हम आपको बताते हैं कहा जाता है कि कई सारे जन्मों के पुण्य कमाने के बाद ही पुत्र की प्राप्ति होती है। इसलिए पिता की आत्मा को शांति मिले, और उन्हें नर्क पर ना जाना पड़े इसलिए पिता की अग्नि केवल बड़े पुत्र को ही दी जाती है ऐसा करने से पिता की आत्मा को स्वर्ग प्राप्त होता है।
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Preetipatelpreetipatel1050@gmail.com | पोस्ट किया
हमारे हिंदू शास्त्र के अनुसार पिता को अग्नि केवल बड़े पुत्र या छोटे पुत्र के द्वारा ही दी जाती है। शास्त्रों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि जब बड़ा बेटा अपने पिता को अग्नि देता है तो उसकी आत्मा को शांति मिलती है और वह मोक्ष को प्राप्त हो जाता है। अगर उनका बड़ा बेटा किसी कारण बस उनको अग्नि देने नहीं आ सकता है तब छोटा बेटा भी उनको अग्नि दे सकता है।
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Occupation | पोस्ट किया
सच तो यह है कि इस दुनिया मे हमने जन्म लिया है लेकिन एक दिन हमारी मृत्यु निश्चित है। हिन्दू धर्म मे मृत्यु से सबंधित बहुत से नियम बनाये गये है जैसे कि किसी की मृत्यु हो जाने पर समसान घाट मे लड़कियां, औरते नहीं जा सकती है और वही दूसरी ओर चिता कों अग्नि औरते नहीं दे सकती है सिर्फ लड़का ही चिता कों अग्नि दे सकता है। हिन्दू धर्म के अनुसार मृत्यु से संबंधित एक रहस्य यह भी है कि चिता कों अग्नि सिर्फ घर का बड़ा बेटा ही दे सकता है ऐसा इसलिए होता है जिस व्यक्ति की मृत्यु हुयी है वह नरक मे ना जाए उसको यदि उसका बड़ा बेटा अग्नि देता है तो उसे स्वर्ग की प्राप्ति होती है।
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