लोकसभा चुनाव 2019 के लिए भाजपा ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है, जिसे संकल्प पत्र नाम दिया गया है। 2019 में यह किस तरह का बदलाव लाएगा, इसे जानने के पूर्व यह जानना जरुरी है कि आखिर इस संकल्प पत्र में किन घोषणाओं को शामिल किया गया है।
भाजपा का वादा है कि समान नागरिक संहिता को लागू करेंगे, भारत में घुसपैठ रोकेंगे, नागरिकता संशोधन बिल पारित करेंगे, राम मंदिर निर्माण की कोशिश करेंगे।जम्मू कश्मीर से धारा 35 ए हटाएंगे, सभी किसानों को पेंशन देंगे, सभी छोटे दुकानदारों को वृद्धावस्था पेंशन देंगे, हर आदमी को पक्का मकान देंगे, डेढ़ लाख आयुष्मान भारत के सेंटर खोलेंगे।
2014 में भी भाजपा ने कई सारी घोषणाएं की थी, जिसका हाल सबको पता है. किसी भी राजनीतिक दल की बात करें तो अगर वो गंभीरतापूर्वक अपनी ही घोषणाओं को पूरा कर देते तो देश की 75 प्रतिशत समस्याओं का समाधान हो जाता।
छोटे दुकानदारों के पेंंशन की बात छोड़ दें तो इस संकल्प पत्र में नया कुछ भी नहीं है। राहुल गांधी द्वारा जारी किए गए कांग्रेस के घोषणा पत्र के न्याय योजना का कोई भी काट इसमें नहीं है। राम मंदिर हमेशा की तरह इस संकल्प पत्र का हिस्सा है. बस प्रतिबद्धता शब्द की बजाय प्रयास शब्द को जोड़ दिया गया है। अब यह माना जा सकता है कि भाजपा ने एक तरह से राम मंदिर निर्माण से किनारा कर लिया है।
जम्मू कश्मीर से धारा 35 ए हटाने के सवाल पर लोगों को शक होता है कि पिछले पांच साल से इसे क्यों नहीं हटाया। पूरे पूर्वात्तर पर भाजपा का राज है और नागरिकता संशोधन बिल के विरोधी दलों के साथ भाजपा सरकार चला रही है, ऐसे में नागरिकता संशोधन बिल वो कैसे लागू कर सकते हैं।
इस तरह से हम कह सकते हैं कि भाजपा के इस नए संकल्प पत्र से देश की राजनीति में कोई खास बदलाव नहीं आने जा रहा है.