दक्षिण दिशा की ओर पैर करकें क्यों नहीं सोना चाहिए? - letsdiskuss
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Setu Kushwaha

Occupation | पोस्ट किया |


दक्षिण दिशा की ओर पैर करकें क्यों नहीं सोना चाहिए?


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दक्षिण दिशा की ओर पैर करकें नहीं सोना चाहिए,उत्तर या पूर्व दिशा की ओर पैर रखकर सोना चाहिए।इन दिशाओं में पैर रखकर सोने से लम्बी उम्र होती है, व्यक्ति का स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है इसके विपरीत यदि उत्तर या पश्चिम दिशा में पैर रखकर सोने से व्यक्ति क़े स्वास्थ्य कोकाफ़ी नुकसान हो सकता है शास्त्रों के मुताबिक दक्षिण दिशा की ओर पैर करकें सोना अपशकुन माना जाता है।

इसके अलावा दक्षिण दिशा की ओर पैर या सिर रखकर नहीं सोना चाहिए, क्योंकि मृत्यु क़े पश्चात शवो को दक्षिण दिशा की ओर रखा जाता है। यदि आप फिर भी दक्षिण दिशा की ओर सिर या पैर करकें सोते है तों आपको रात मे अच्छे से नीद नहीं आएगी, आपको रात भर सपने आएंगे, रात भर आप इधर -उधर करवटे बदलेंगे और रात मे बीच -बीच मे नीद खुल जाएगी।Letsdiskuss

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अक्सर आपने अपने घर के बड़े बुजुर्गों के मुंह से सुना होगा कि दक्षिण दिशा की ओर पैर करके नहीं सोना चाहिए लेकिन क्यों नहीं सोना चाहिए चलिए हम आपको उसके पीछे का कारण बताते हैं शास्त्रों में बताया गया है कि दक्षिण दिशा की ओर पैर करके सोने से आयु घटती है, और आपके स्वास्थ्य से जुड़ी कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है आपको पूर्व या दक्षिण दिशा की ओर से रख कर सोना चाहिए इससे कई सारे लाभ भी प्राप्त होते हैं। खैर यहां पर हम बात करते हैं कि दक्षिण दिशा की ओर पैर करके क्यों नहीं देना चाहिए, शास्त्रों में बताया गया है कि दक्षिण दिशा में पैर और पूर्व दिशा में सर यह एक ऐसी पोजीशन है जिसमें शबों को रखा जाता है, इस दिशा में पैर करके सोने से आपकी नींद बार-बार टूटती है इसलिए शास्त्रों में दक्षिण दिशा की ओर पैर करके नहीं सोने की निर्देश दी गई है।

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दोस्तों वास्तु शास्त्र में दिशाओं का बहुत ही महत्व है। इसीलिए सोते समय भी दिशाओं का विशेष ध्यान रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि दक्षिण दिशा की ओर पैर करके नहीं सोना चाहिए। क्योंकि यह सब नहीं माना जाता है बड़े बुजुर्गों का भी यही कहना है पृथ्वी में चुंबकीय शक्ति रहती है। इसी कारण दक्षिण से उत्तर दिशा की ओर लगातार चुंबकीय धारा प्रवाहित होती है जब हम दक्षिण दिशा की ओर सिर पर सोते हैं तो वह ऊर्जा हमारे फिर से होकर पैरों के रास्ते बाहर निकल जाती है जिसके कारण हम खुद को सुबह ताज़ा और फुर्तीला महसूस करते हैं और इसके विपरीत जब हम उत्तर दिशा की ओर सिर करके सोते हैं तब यह चुंबकीय ऊर्जा हमारे पैर से होकर सर की ओर जाती है जिससे हमारा मस्तिष्क से तनाव महसूस करता है कुछ लोगों का यह भी कहना है कि दक्षिण दिशा में यमदूत का वास होता है। और नकारात्मक ऊर्जा भी होती है।

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हमें सोते समय अपने पैरों को दक्षिण की ओर नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे हमक़ो बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है यह शास्त्रों में बताया गया है दक्षिण से उत्तर दिशा की ओर लगातार चुंबकीय धाराएं प्रवाहित होती हैं दक्षिण की ओर पैर करके सोने से हमारी आयु भी घटती है यदि हम दक्षिण की ओर सिर करके सोते हैं तो वह ऊर्जा हमारे फिर से होकर पैरों के रास्ते से बाहर निकल जाती है शास्त्रों में बताया गया है कि दक्षिण दिशा में पर और पूर्व दिशा में सर यह एक पोजीशन है जिसमें शबो को रखा जाता है दक्षिण दिशा में पर करने से आपकी नींद भी रात में बार-बार टूटती है अक्सर अपने अपने घरों के बुजुर्गों के मुंह से सुना होगा कि दक्षिण की ओर पैर करके नहीं सोया जाता है दक्षिण की ओर पैर करके सोने से हमें हमेशा परेशानी बनी रहती है हम लोग कभी खुश नहीं रह पाते हैंLetsdiskuss


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