देश की राजधानी में अब RFID टैगवाले कमर्शियल वाहन ही एंटर कर पायेंगे। प्रशासन ने कुछ महीनो पहले ही इस प्रावधान की घोषणा कर दी थी और कमर्शियल वाहनों के मालिकों को RFID टैग लगाने के लिए सूचित कर दिया था। RFID टैग की इस व्यवस्था से जो कमर्शियल वाहन टोल टैक्स नहीं भर रहे है या प्रदुषण फैलाते है उन पर रोक लगाना आसान हो जाएगा। वैसे तो काफी सारे वाहन अभी तक RFID टैग लगा चुके है पर जो बाकी है वो 24 अगस्त से दिल्ली में प्रवेश नहीं कर पाएंगे।
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RFID टैग लगाने से वाहन को टोल टैक्स भरने में सुविधा होगी क्यूंकि टैग को टेप करने के साथ उसके टोल टैक्स का भुगतान वॉलेट से हो जाएगा जिससे वाहनों को टोल टैक्स बूथ पर कतार में रुकना नहीं पडेगा। अगर कोई वाहन बिना RFID टैग दिल्ली में एंटर होता है तो उसे चालान और मेमो दिया जाएगा और साथ में पहली बार में दो गुना और अगले सप्ताह चार गुना और उसके बाद छह गुना दंड चुकाना होगा। इस के चलते वाहनमालिको को शुरुआत में तकलीफ होगी पर बाद में काफी सहूलियत हो जायेगी। RFID टैग के इस प्रावधान से अब दिल्ली में बिना RFID टैग वाले कमर्शियल वाहन नहीं एंट्री ले पाएंगे।