गरुण पुराण एक ऐसा पुराण है, जिसको सामान्य स्थिति में नहीं पढ़ा जाता | बेशक यह पुराण है परन्तु इसको पढ़ने के नियम अलग होते हैं | जब किसी की मृत्यु हो जाती है तो यह पुराण उस वक़्त पढ़ा जाता है | अगर पूरी तरह समझा जाए तो गरुण पुराण में इंसान की मृत्यु के बाद की कहानी होती है | इसलिए इस पुराण के अनुसार मानव जीवन में कौन से काम नहीं करना चाहिए इसके बारे में आपको बताते हैं |
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- दही का सेवन :-
गरुड़ पुराण के अनुसार दही बेशक सात्विक भोजन है परन्तु इसको रात के समय नहीं खाना चाहिए | यह रात के वक़्त खाना नुकसानदायक होता है | दही का सेवन आप दिन के वक़्त करें परन्तु रात के समय इसका सेवन आपकी उम्र कम करता है |
- धन पर घंमड :-
पैसों पर घमंड होना अच्छी बात है, क्योकिं घमंड उनको ही होता है जो उसके लायक होते हैं | परन्तु पैसों के घमंड में अगर आप किसी इंसान को नीचे दिखाते हैं, या जरूरतमंद को आप पैसा होते हुए भी नहीं देते तो ऐसा कर के लक्ष्मी जी सदैव के लिए आपसे नाराज हो जाती हैं | गरुण पुराण के अनुसार ऐसा करना घर की हानि करता है |
- जलन की भावना :-
वर्तमान समय में लोग अपनी दुःख से दुखी नहीं बल्कि दूसरों की ख़ुशी के दुखी हैं, जिसके चलते उनके मन में जलन की भावना उत्पन्न हो जाती है, और किसी के प्रति जलन की भावना ही मनुष्य को दुखी और परेशान करती है | गरुण पुराण के अनुसार मनुष्य के अंदर पैदा हुई जलन की भावना उसको और दुःख की तरफ धकेलती है |
- निंदा :-
जो इंसान हमेशा दूसरों की बुराई करता है , वो खुद भी कभी खुश नहीं रहता | अगर मानव जीवन में खुश रहना है तो गरुण पुराण के अनुसार हमें किसी की निंदा नहीं करना चाहिए | किसी की निंदा करना मनुष्य को हमेशा उसके पतन की तरफ भेजता है |