हिंदी सिनेमा की जब जब बात होती है तब - तब बॉलीवुड का नाम सबसे पहले लिया जाता है , और हर दिन बॉलीवुड के बदलते ट्रेंड को देखते हुए यह सवाल बिलकुल जायज़ लगने लगता है , की क्या सच में अब बॉलीवुड सिर्फ बकवास फिल्में बनता है |
(courtesy-The Financial Express)
लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि एक दम सटाक से यह कहना की बॉलीवुड सबसे बकवास फिल्में बनाता है ठीक नहीं है, क्योंकि अगर ऐसा होता तो आज बॉलीवुड की पहचान हॉलीवुड तक कभी ना होती और बॉलीवुड के शानदार सितारे प्रियंका चोपड़ा और इरफ़ान खान जैसे लोग कभी भी हॉलीवुड की फिल्मों में नज़र ना आते लेकिन जिस तरह से इन दिनों दिनों प्रियंका चोपड़ा हॉलीवुड पर राज कर रही है इसे देखते हुए यह कहना सही नहीं की बॉलीवुड सबसे बकवास फिल्मे बनता है क्योंकि हॉलीवुड में जितने भी लोग प्रियंका चोपड़ा को जानते है उन्होनें कही न कही प्रियंका चोपड़ा की बॉलीवुड फिल्में जरूर देखी होगी जिससे आज उन्हें वहाँ इतना सराहना मिल रही है |
(courtesy-The Financial Express)
जिस तरह हर पहलू के दो पक्ष होते है वैसे ही यहाँ भी बॉलीवुड का दूसरा पहलू यही कहता है की बॉलीवुड ही सबसे अच्छी फिल्में बनाता है यह भी कहना ठीक नहीं है क्योंकि जिस तरह आज कल बॉलीवुड में बायोपिक फिल्मों का चलन चल पड़ा है उससे बॉलीवुड की कई जगह निंदा भी हो रही है |
(courtesy-DesiMartini)
ऐसा नहीं है की किसी दिग्गज व्यक्ति के जीवन को फिल्मों के जरिये दर्शाना गलत है लेकिन केवल बायोपिक फिल्में ही बनाना भी ठीक नहीं है | इन्ही कुछ पहलुओं के कारण हमें इन बातों को सोचना पड़ता है की क्या सच में बॉलीवुड सबसे बकवास फिल्में बनाती है , लेकिन ऐसा नहीं है |