लॉकडाउन के समय में जूम एप की वजह से घर पर बैठे बहुत सारे काम संपन्न हो रहे हैं वह काम ऑफिस का हो या कॉलेजों में ऑनलाइन क्लासेज लेने का हो. जिस वजह से दिनोंदिन जूम एप चलाने वालों की तादाद में बढ़ोतरी हुई है.
गृह मंत्रालय ने एक बयान जारी करके कहा है कि यह बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है. सरकारी विभागों को कहा गया है कि वह अधिकारिक कामों में इस ऐप का इस्तेमाल बिल्कुल भी मत करें, सभी को सतर्क रहने को कहा है.
गृह मंत्रालय का कहना है कि यह ऐप हमारी निजी जानकारियों को चुरा सकता है. इस ऐप को लेकर भारत से पहले भी कई देशों ने सवाल उठाए हैं यहां तक कि इस ऐप को कई देशों ने तो बैन भी कर दिया है. पिछले तीन हफ्तों से भारत में इस ऐप का कुछ ज्यादा ही इस्तेमाल मीटिंग, वर्चुअल बैठको, कॉलेज और कोचिंग सेंटर द्वारा ऑनलाइन क्लासिस,घर पर खाली बैठे लोग अपने अपने दोस्तों से बात करने में कर रहे हैं. गृह मंत्रालय का कहना है कि इस ऐप को लेकर आप एकदम सतर्क रहे. अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई ने पहले ही इस ऐप के इस्तेमाल को लेकर लोगों को सतर्क होने को कहा है. गृह मंत्रालय ने स्पष्ट तौर से सरकारी विभागों को कहा है कि इस ऐप को इस्तेमाल करने से पहले सतर्कता जरूर बरतें.
यहां पर सवाल यह उठता है कि जब यह एप इतना ज्यादा विवादों में है तो भारत इस ऐप को क्यों नहीं बैन कर रहा. जबकि बाकी देश इस ऐप को बैन भी कर चुके हैं.सवाल यह भी उठता है कि इस विवादित ऐप को देखते हुए भी सरकार फिर भी लोगों को कह रही है कि ऐप चलाने में सावधानी जरूर बरतें.अब समझ से बाहर है कि एक तो इस ऐप को चलाने के लिए सरकार कह भी रही है और ऊपर से सतर्कता बरतने को भी कह रही है. यानी कि सरकार खुद ही उलझन में है. पहले खुद एक पर पहुंचिए. उसके बाद कुछ फैसला लीजिए जो लोगों को भी समझ में आए.
