कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है और अब विशाखापट्टनम में केमिकल गैस लीक का प्रकोप जारी हो गया है. भोपाल गैस त्रासदी तो सबको याद ही होगा जिसमें रात रात कई हजार लोग मौत की नींद सो चुके थे हालांकि विशाखापट्टनम में हुए केमिकल की वजह से अभी ज्यादा मौतें नहीं हुई है.
क्या था पूरा मामला
आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में स्थित आरआर वेंकटपुरम गांव में गुरुवार सुबह एक केमिकल यूनिट में हुए गैस लीक से एक बच्चे समेत 10 लोगों की मौत हो गई है. 300 से जयादा बुरी रास्ता ग्रस्त है 5000 लोग इससे जूझ रहे हैं .
इन लोगों ने सांस लेने में परेशानी और आंखों में जलन की शिकायत की थी.बताया गया है कि केमिकल फैक्ट्री में पॉलिमर से जुड़े काम होते थे. ऐसे में गैस के जहरीले होने की आशंका जताई जा रही है.बताया जा रहा है कि गैस लीक गुरुवार तड़के 3:30 बजे हुआ.एक व्यक्ति की फैक्ट्री से भागने के दौरान गिरने से मौत हो गई. बाकी गंभीर रूप से अस्पताल में भर्ती हैं.लॉकडाउन की वजह से प्लांट कई दिनों से बंद था.
क्या है घटनास्थल की स्थिति
इस घटना के बाद गांव में लोगों के बीच हड़कंप मच गया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, फैक्ट्री के 3 किलोमीटर के दायरे में एक हजार से ज्यादा लोगों की तबियत खराब हुई है.चश्मदीदों के मुताबिक, उन्होंने कई लोगों को जमीन पर गिरे हुए देखा. पुलिस का कहना है कि गैस रिसाव को बंद कर दिया गया. एनडीआरएफ की टीम तुरंत स्पॉट पर पहुंची.इस गैस लीक का असर ज्यादा से ज्यायदा 1-1.5 किमी तक ही रहा. लेकिन गैस की गंध 2-2.5 किमी तर महसूस की गई.अब देखना यह होगा कि कितने लोगों की मौत इस जहरीले गैस की वजह से होती है. मोटो का आंकड़ा बढ़ सकता है क्योंकि 300 से ज्यादा लोग बुरी तरह से चपेट में है.
