महाशिवरात्रि फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष में मनाई जाती है | जैसा कि कृष्णा पक्ष के बारें में पहले भी आप सभी को बता चुके हैं | महाशिवरात्रि साल में एक बार आती है और इस दिन भगवान शिव का पूजन बहुत ही महत्वपूर्ण होता है | इस दिन लोग व्रत रखते हैं, और भगवान शिव की मन से आराधना करते हैं | मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान शिव की शादी माता पार्वती से हुई थी | जिसके उपलक्ष में यह त्यौहार साल में एक बार मनाया जाता है |
वैसे तो भगवान शिव का व्रत हर सोमवार को किया जाता है | परन्तु इस दिन की मान्यता अलग ही होती है | इस दिन आप कुछ विशेष पूजा कर सकते हैं | आज के दिन की पूजा आपको भगवान शिव का आशीर्वाद प्रदान करती है और आपकी सभी मनोकामना पूरी होती है |
(Courtesy : वेबदुनिया )
कैसे करें पूजन :-
- महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव जी का पूजन करने का सबसे अच्छा समय सुबह 4 बजे होता है |
- पूजा के लिए आप कुछ विशेष सामग्री तैयार कर लें - जैसे जल से भरा एक कलश, स्टील के लोटे में दूध, दही , चीनी , शहद , चावल, हल्दी , बेलपत्ती , गंगाजल, सफ़ेद फूल , लाल सिन्दूर , बेर , पीला चन्दन | आरती के लिए धुप और घी का दिया बना कर रखें |
- सबसे पहले भगवान शिव पर जल चढ़ाएं, इसके बाद उन पर दूध , दही ,चीनी ,शहद , हल्दी चढ़ाएं |
- इसके बाद वापस से उन्हें जल चढ़ाएं फिर गंगाजल से स्नान करवाएं |
- अब शिव जी पर चन्दन लगाएं और उन्हें अच्छी तरह सजाएं |
- इसके बाद उन पर लाल सूखा सिन्दूर अपनी ऊँगली से 11 बार चढ़ाएं | (छोटी ऊँगली के बाद वाली ऊँगली से )
- इसके बाद चावल को गीला करें और हाथ की हथेली में रख कर पूरा भगवान शिव पर चढ़ा दें |
- इसके बाद उन पर बेल पत्ती और फूल चढ़ाएं | इसके बाद धुप और घी के दीपक से भगवान शिव की आरती करें |
- जब आप पूजा शुरू करें तब से लेकर पूजा समाप्त होने तक आप किसी से बात न करें और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते रहें |
"ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥ "
इस तरह आप भगवान शिव का शिवरात्रि के दिन पूजन कर सकते हैं |
(Courtesy : प्रभात खबर )