जब से मानवजात ने स्पेस में कदम रखा है तबसे उसने नए नए प्रयोग के जरिये जानने की कोशिश की है की इंसान स्पेस में कितना सुरक्षित रह सकता है। इसलिए पहले यह प्रयोग जानवरो पर किये गए की जिससे मिलते डाटा के चलते प्रयोग को आगे बढ़ाया जा सके। इन जानवरो को पहले पूरी तरह से प्रशिक्षित किया जाता है और उनके स्वास्थ्य को भी मॉनिटर किया जाता है। उस के बाद स्पेस शटल में उनके लिए ख़ास इंतजाम किया जाते है।
सौजन्य: वर्ल्ड एटलस
जानवरो का खान पान, उनका स्वास्थ्य और अन्य बातो को चेक करने के लिए एक प्रणाली बनाई जाती है और सब सही मालूम होने के बाद फाइनली उन्हें लांच किया जाता है। स्पेस प्रोग्राम के इतिहास में लाइका नामक फीमेल डॉग को सबसे पहले रूस ने अंतरिक्ष में भेजा था। लाइका को अंतरिक्ष में भेजने के सात घंटे बाद ही उसकी मौत हो गई पर उसकी वजह यान की तापमान प्रणाली में गड़बड़ी थी। लाइका को मोनिटर करने के बाद ही इंसान को स्पेस में भेजने की शुरुआत हुई। इसके अलावा भी काफी सारे प्रयोगो में जानवरो का इस्तेमाल किया गया है। अभी भी जानवरो के ऊपर प्रयोग जारी है पर उनकी संख्या अब कम हो गई है।