मानव जीवन में कई बार यह सवाल आपके सामने आएगा की धोकेबाज़ और चालक लोगों में क्या अंतर होता है, क्योंकि मनुष्य जीवन में शायद ही कोई ऐसा इंसान हो जो झूट न बोलता हो, अपने आस - पास वालों के साथ छल कपट न करता हो, अगर मान भी लिया जाएँ की ऐसा नहीं होता है तो इस बात से आप कभी भी इंकार नहीं कर पाएंगे की कोई ऐसा इंसान है जो झूट नहीं बोलता हो, वैसे भी झूट और धोका दोनों को ही एक सिक्के के दो पहलू माने जाते है |
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धोकेबाज़ व्यक्ति वह होते है जो लोग आपसे झूट बोलते है, आपका नुक्सान करते है और आपके बारें में में हमेशा गलत - गलत सोचते है | यहाँ तक की उनकी गलत सोचने की सीमा इतनी हो जाती है कि वह आपकी पीठ पीछें आपका नुक्सान पहुँचा सकते है | ऐसे ही लोगों को धोकेबाज़ चालबाज़ और झूठा कहा जाता है |
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वही अगर हम चालक व्यक्तियों की बात करें तो वह वो लोग होते है जो आपसे बात करें या ना करें इस बात से उनको को फर्क नहीं पड़ता है लेकिन अगर उनका कोई काम से आपसे पड़ा तो वह इसके लिए कुछ भी कर सकते है | ऐसे ही लोगों को मतलबी कहा जाता है | इसलिए जीवन में सलाह दी जाती है की आप ऐसे व्यक्तियों से हमेशा दूर रहे क्योंकि ऐसे लोग आपको जीवन में आगे बढ़ने से रोकते है और आपकी लाइफ में नकारत्मकता का भाव पैदा करते है जिससे आपका बनता हुआ सही काम भी बिगड़ जाता है |